मुख्यपृष्ठनए समाचारखतरनाक ब्रिज पर शुरू हुआ यातायात...सवालों के घेरे में सार्वजनिक बांधकाम विभाग

खतरनाक ब्रिज पर शुरू हुआ यातायात…सवालों के घेरे में सार्वजनिक बांधकाम विभाग

योगेंद्र सिंह ठाकुर / पालघर

पालघर जिले के वाणगांव इलाके में भ्रष्टाचार का ब्रिज बनाने के बाद ईडी सरकार का सार्वजनिक बांधकाम विभाग इन दिनों अपनी घपलेबाजी को लेकर चर्चाओं में है। ब्रिज के उद्घाटन से पहले ही उसमें पड़ी दरारों के बाद स्थानीय लोगों का आक्रोश चरम पर है। ब्रिज निर्माण में हुई घपलेबाजी को लेकर ‘दोपहर का सामना’ में लगातार प्रकाशित हो रही खबर के बाद सार्वजनिक बांधकाम विभाग अपनी काली करतूतों पर पर्दा डालने में जुटा हुआ है। सूत्रों की मानें तो ब्रिज की दरारों में ‘थूकपट्टी’ का काम करने के यानी दरारों को भरने के बाद सार्वजनिक बांधकाम विभाग के भ्रष्ट और घपलेबाज अधिकारियों ने माननीयों से उद्घाटन के लिए संपर्क किया। लेकिन ईडी सरकार के माननीय ब्रिज के निर्माण में घपलेबाजी और लोगों के आक्रोश को देखने के बाद उद्घाटन की हिम्मत नहीं जुटा पाए। इसके बाद भ्रष्टाचार के लिए मशहूर सार्वजनिक बांधकाम विभाग के अधिकारियों ने चोरी से चुपके-चुपके ब्रिज पर यातायात शुरू करवा दिया। बता दें कि वाणगांव इलाके को पूर्व और पश्चिम से जोड़ने वाले ब्रिज पर से निकली सड़क पर उद्घाटन से पहले ही कई स्थानों पर दरारें पड़ गई हैं। पुल पर दरारों ने बुनियादी ढांचे पर ही सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं और ब्रिज में आई दरारों ने गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों की गुणवत्ता की पोल खोलकर रख दी है। लोगों का कहना है कि सिर्फ ‘थूकपट्टी’ का काम करने के बाद ब्रिज से यातायात शुरू कर दिया गया है। अगर कोई दुर्घटना हुई तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? स्थानीय निवासी संतोष मौर्य ने कहा कि सवाल यह उठता है कि आजादी के सात दशक बाद भी हम देश की विकास परियोजनाओं की गुणवत्ता की निगरानी करने वाला तंत्र क्यों विकसित नहीं कर पाए? योजनाओं को इस तरह से डिजाइन किया जाए कि कई पीढ़ियों को उसका लाभ मिल सके। मगर विडंबना देखिए कि पालघर में उद्घाटन से पहले ही ब्रिज पर दरारें आ गईं और सड़के बरसात में बह रही है। इससे स्पष्ट है कि मोटे मुनाफे के लिए घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। जिनका काम निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की निगरानी करना होता है, वे ही भ्रष्टाचार में डूबकर आंखें मूंदे बैठे हैं।

अन्य समाचार

भीड़