उमेश गुप्ता / वाराणसी
वाराणसी के चितईपुर थाना क्षेत्र के नारायणी विहार कॉलोनी स्थित हनुमान मंदिर पोखरा में नहाने गईं तीन बहनें डूब गईं। तालाब किनारे मौजूद लोगों ने बचाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक दोनों गहरे पानी में डूब चुकी थीं। तीसरी बहन डूबने से बच गई, जिसने परिजनों को आकर घटना की जानकारी दी।
स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस और परिजनों ने भी तलाश किया, लेकिन दोनों का पता नहीं चला। गोताखोरों को पानी में उतारा गया, जिसके बाद दो शव बरामद हुए। शव देखते ही परिजनों में कोहरा मच गया, वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। वहीं एक अन्य बेहोश किशोरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गुरुवार की दोपहर सुसवाही विश्वकर्मा नगर निवासी ऑटो ड्राइवर संतोष उपाध्याय की तीन बेटियां चितईपुर स्थित नारायणी विहार कॉलोनी के तालाब में नहाने गई थीं। उसकी बड़ी बेटी लाडो (13), लाली (10) और लवली (7) अपने साथ धुलने के लिए कपड़े भी ले गई।
पहले उन्होंने कपड़े धुले, फिर नहाने के लिए पानी में उतर गई। सबसे पहले लवली पानी में उतराने लगी तो बड़ी बहन लाड़ो उपाध्याय ने उसे मना किया। बहन की बात को अनसुनी लाली और लवली तालाब में गईं और अचानक लवली का पैर दलदल में धंस गया। पैर धंसने के बाद बहन को पुकारा और पानी में डूब गई।
उसे बचाने के लिए लाड़ो तुरंत तालाब में कूद गई। लाड़ो को तैरना आता था, लेकिन गहराई अधिक होने के कारण वह उसे नहीं ढूढ़ सकी। पहले तो ऊपर आई, लेकिन फिर पानी के अंदर समा गई। दोनों बहनों को देखकर लाली ने भी बचाने का प्रयास किया, लेकिन वह भी डूबने लगी। हालांकि, बाहर निकलकर उसने चाचा अनिल कुमार उपाध्याय को सबसे पहले घटना की जानकारी दी।