सामना संवाददाता / मुंबई
शंकराचार्य कल ही घर आए। उनका दर्शन कर पूरे परिवार ने आशीर्वाद लिया। इसके साथ ही आज विठोबा यानी जनता जनार्दन का दर्शन करने के लिए मैं बाहर निकला हूं। महाराष्ट्र का स्वाभिमान ही हमारी वारी है। हमें शंकराचार्य ने कहा कि धर्म में सबसे बड़ा पाप विश्वासघात होता है और जो विश्वासघात करता है, वह बहुत बड़ा पापी होता है। यही उन्होंने मीडिया के सामने भी कहा। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने पक्ष से गद्दारी करनेवालों पर तंज कसते हुए कहा कि जो विश्वासघात करता है, वह मूल रूप से हिंदू है ही नहीं। उन्होंने गरजते हुए कहा कि विश्वासघात करनेवाले गद्दारों को विधानसभा में सबक सिखाना है।
लोकसभा चुनाव में धमाकेदार जीत के बाद और विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि पर कल कर्जत में आदित्य ठाकरे की भव्य सभा हुई। इस सभा में आदित्य ठाकरे ने शिवसैनिकों में जोश भरते हुए विधानसभा चुनाव में परिवर्तन लाने की अपील की। उन्होंने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार के कार्यकाल में हमने जिन विकास कार्यों को किया, उसका हमें गर्व है। इससे पहले जब असंवैधानिक मुख्यमंत्री के गद्दार गैंग के नेता सूरत से गुवाहाटी भाग रहे थे, तब कर्जत में सभा हुई थी।
देश और महाराष्ट्र की
जनता हमारे साथ है!
आदित्य ठाकरे का विश्वास
कल कर्जत में शिवसेना नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने एक सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने गद्दार गैंग पर तीखा हमला करते हुए कहा कि जब वे गुवाहाटी भागे थे तब उस समय मैंने शिवसेनापक्षप्रमुख से कहा था कि महाराष्ट्र की जनता हमारे साथ है, क्योंकि हमने जो काम कर दिखाया है, उसके लिए महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि देश की जनता हमारे साथ है।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि कल धर्माचार्य के तौर पर शंकराचार्य ने बयान दिया। वे न तो राजनीति पर बोलते हैं और न ही उसमें जाते हैं। हालांकि, वंदनीय हिंदूहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे के प्रति प्रेम, आदर और पक्षप्रमुख को आशीर्वाद देने शंकराचार्य मातोश्री आए थे। आदित्य ठाकरे ने कहा कि शंकराचार्य ने सही कहा कि धर्म में विश्वासघात के अलावा दूसरा कोई बड़ा पाप नहीं है। यह पाप गद्दारों ने किया है। उन्हें लोकसभा की तरह ही विधानसभा में भी सबक सिखाना है। उन्होंने कहा कि यह गद्दारी केवल शिवसैनिकों और पक्षप्रमुख के साथ ही नहीं की गई है। यह गद्दारी उन्होंने महाराष्ट्र के पीठ में खंजर घोंपकर की है। भाजपा पर हमला बोलते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में दिखे परिवर्तन से भाजपा के सुर बदल गए हैं। अब भाजपा एनडीए सरकार का राग अलापने लगी है। इसके साथ ही देश में तानाशाही लाने की मंशा पर भी पानी फिर गया है। इतना ही नहीं, जनता ने भाजपा को संविधान बदलने से भी रोक दिया। इसका मैं देशवासियों का अभिनंदन करता हूं। आदित्य ठाकरे ने कहा कि यदि भाजपा २४० से ऊपर है, तो ‘इंडिया’ गठबंधन के भी २३७ से अधिक सांसद है। खेल कभी भी हो सकता है और केंद्र में जल्द ही हमारी सरकार बनेगी। इस तरह का विश्वास लेकर हम बाहर निकले हैं। आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में पिछले दो सालों से किस तरह का माहौल तैयार किया गया है, यह किसी से छिपा नहीं है। ४० गद्दार बिना इस्तीफा दिए और बिना चुनाव लड़े मुख्यमंत्री बन सकते हैं, मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। क्या ऐसा संविधान में कहीं लिखा गया है? फिर यह सरकार असंवैधानिक ही है न, इस तरह का तीखा तंज आदित्य ठाकरे ने कसा।