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रूस को घेरने की जबरदस्त तैयारी! … तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ने का खतरा

• पोलैंड अमेरिकी सेना संग कर रहा युद्धाभ्यास
•यूक्रेन के साथ मिलकर रूस में मचाएंगे तबाही
एजेंसी / वारसा
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को लगभग एक साल से अधिक हो चुका है लेकिन विराम नहीं लग पाया है। इस जंग में अमेरिका यूक्रेन की खुलकर मदद कर रहा है। अमेरिका के अलावा पोलैंड भी यूक्रेन की मदद कर रहा है। दोनों देश यूक्रेन को भारी मात्रा में हथियार के साथ आर्थिक सहायता भी कर रहे हैं। इसी बीच खबर आ रही है कि पोलैंड अमेरिकी सैनिकों के साथ अभ्‍यास कर रहा है। पोलैंड अपनी सेना की संख्‍या को ३ लाख तक पहुंचाने जा रहा है। पोलैंड २००० टैंक, दर्जनों रॉकेट लॉन्‍चर, फाइटर जेट और कई युद्धपोत खरीदने जा रहा है। दरअसल, पोलैंड यह तैयारी तब कर रहा है, जब उसे यूक्रेन के बाद रूसी हमले का खतरा मंडरा रहा है। उधर अमेरिका ने भी एक बार फिर यूक्रेन के लिए अपना खजाना खोल दिया है। अमेरिका ने यूक्रेन को करीब ३०० मिलियन डॉलर (करीब २४.५ अरब रुपए) का अतिरिक्त सैन्य सहायता भेज रहा है, जिसमें भारी मात्रा में तोपें, रॉकेट और गोला-बारूद शामिल हैं। अब तीनों देश मिलकर रूस में तबाही मचाएंगे। जानकारों की मानें तो रूस को घेरने की जबरदस्त तैयारी चल रही है। इससे तीसरे विश्व युद्ध का खतरा भी बढ़ सकता है।
मिली जानकारी के मुताबिक, अमेरिका की ओर से यूक्रेन को दिए जा रहे इस नए पैकेज में खतरनाक हाइड्रा-७० रॉकेट भी शामिल किए गए हैं, जिसे लड़ाकू विमान से दागा जाता है। इसके अलावा हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम्स, मोर्टार, हॉवित्जर राउंड, मिसाइल, एंटी टैंक राइफल्स के साथ-साथ भारी मात्रा में रॉकेट भी शामिल है। गौरतलब है कि फरवरी २०२२ में यूक्रेन में जंग शुरू होने के बाद से अमेरिका की ओर से भेजा जाने वाला यह ३७वां पैकेज है। आंकड़ों पर नजर डालें तो अमेरिका की ओर से यूक्रेन को अब तक करीब ३६ बिलियन डॉलर (करीब ३ खरब) की मदद उपलब्ध कराई जा चुकी है।
रूसी नेताओं के लिए पोलैंड की चेतावनी
नाटो से दुश्मनी निभाते-निभाते रूस ने अपनी मुश्किलें बढ़ा ली हैं। पोलैंड खुलकर यू्क्रेन की मदद कर रहा है और अमेरिकी सैनिकों के साथ लगातार अभ्‍यास कर रहा है। पोलैंड २००० टैंक, दर्जनों रॉकेट लॉन्‍चर, फाइटर जेट और कई युद्धपोत खरीदने जा रहा है। इस खरीद के बाद पोलैंड की सैन्‍य तैयारी काफी बढ़ जाएगी। इस तरह से साल २०३५ तक पोलैंड सैनिकों की संख्‍या लगभग दोगुनी हो जाएगी। पोलैंड के रक्षा मंत्री मरिउस्‍ज ब्‍लास्‍जकजाक ने साफ किया कि उनका देश सेना पर जो खर्च करने जा रहा है, वह सीधे तौर पर रूसी नेताओं के लिए चेतावनी है।
पोलैंड ने की अमेरि‍का के साथ डील
ब्‍लास्‍जकजाक ने कहा कि इस खरीद के बाद यूरोप में पोलैंड आर्टिलरी और हथियारबंद सैनिकों के मामले में सबसे ताकतवर देश बन जाएगा। यूरोप के नाटो देशों में हमारी जमीनी सेना सबसे मजबूत होने जा रही है। पोलैंड के रक्षा मंत्री ने सैन्‍य तैयारी पर कहा कि रूस को अगर लगेगा कि हमारे अंदर कमजोरी है तो वह हमला कर देगा। उन्‍होंने कहा कि इस खरीद के बाद यूरोप में पोलैंड आर्टिलरी और हथियारबंद सैनिकों के मामले में सबसे ताकतवर देश बन जाएगा। यूरोप के नाटो देशों में हमारी जमीनी सेना सबसे मजबूत होने जा रही है। पोलैंड ने दक्षिण कोरिया से ४८ एफए-५० फाइटर जेट खरीदने की डील की है। इसके अलावा अमेरिका से ३२ एफ-३५ स्‍टील्‍थ फाइटर जेट भी पोलैंड ले रहा है। पोलैंड ने अमेरि‍का के साथ १०० अपाचे हेलिकॉप्‍टर खरीदने की डील की है। पोलैंड की सेना में पिछले साल ही १६ हजार अतिरिक्‍त सैनिक शामिल किए गए हैं।

मौत से बचकर बंकर में घुसे पुतिन
रूस-यूक्रेन जंग के बीच दोनों देशों में तनाव बढ़ गया। रूस ने कहा कि यूक्रेन ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को मारने के लिए मॉस्को पर ड्रोन से हमला किया। हालांकि, उस हमले को रूसी सेना ने नाकाम कर दिया। रूसी सेना ने यूक्रेनियन ड्रोन मार गिराए। क्रेमलिन के अनुसार, यूक्रेन द्वारा रात के समय दो ड्रोन भेजे गए, जिसे रशियन प्रेसिडेंशिल हाउस के ऊपर रूस की सेना द्वारा मार गिराया गया। ये ड्रोन रूसी राष्‍ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर हमला करने आए थे, जिससे बचने के लिए पुतिन बंकर में घुस गए। रूसी सरकार के आरोप हैं कि यूक्रेन को अमेरिका और अन्य पश्चिमी देश घातक हथियार मुहैया करा रहे हैं। यूक्रेन को अब तक अरबों डॉलर के छोटे-बड़े हथियारों की खेप मिल चुकी है। बताया जा रहा है​ कि उसके पास अत्याधुनिक ड्रोन की फ्लीट भी है। इस मामले पर यूक्रेन की जेलेंस्की सरकार का बयान आया है। यूक्रेन ने रूस के आरोपों को प्रोपेगैंडा बताया है। यूक्रेनियन सरकार का कहना है कि उन्होंने मॉस्को में कोई ड्रोन नहीं भेजे। जेलेंस्की सरकार के मंत्री ने कहा कि क्रेमलिन पर ड्रोन हमले की साजिश के रूस के आरोप महज प्रोपेगैंडा हैं।

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