इंदौर। यदि हम हीनभाव और दुराचार से बाहर नहीं आएंगे तो यह माना जाएगा कि हम परतंत्र है। मन के कुविकारों पर संयम का अंकुश ही सही अर्थों में आजादी है। स्वतंत्रता का मतलब गुलामी से आजाद होना बिलकुल नहीं है वरन स्वैच्छिक, स्वाभिमानी और आत्मसम्मान से अपना जीवन जीना, शोषण और अत्याचार से मुक्ति, रूढ़िवादी परंपराओं को तिलांजलि और विचारों की अभिव्यक्ति ही स्वतंत्रता का वास्तविक अर्थ है। दि न्यू इंडिया एशयुरेंस कंपनी लि. के इंदौर स्थित झंडा वंदन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए सुरेशचन्द्र दुकारिया ने यह बात कही। पूर्व क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश उप्पल के द्वारा कार्यक्रम की अध्यक्षता की गई। क्षेत्रीय प्रबंधक राजेंद्र कुमार जैन ने अतिथि द्वय का पुष्प गुच्छ एवं पिन लगाकर अभिनंदन किया। सभी प्रतिभागियों ने देशभक्ति से ओत प्रोत गीत प्रस्तुत किए एवं नलिन खोईवाल ने स्व रचित कविता “न्यू इंडिया” की प्रस्तुति दी ।
इस अवसर पर ब्रम्हानंद वाघ, विजय शर्मा, अरुण राजगुरु, रोहित निगम, सिद्धार्थ बांके, ओमप्रकाश कपूर, लक्ष्मण सीरवानी,अशोक जैनवाल, सुरेंद्र थनवार, कैलाश जोशी, विकास अभ्यंकर, अभिलाष वर्मा, रमेशचंद्र सोलंकी, मनोज धेमन, शंकुतला सिंगार सहित बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त अधिकारी और कर्मचारीगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अविनाश जोशी एवं ललित संघवी द्वारा किया गया एवं आभार प्रदर्शन सुनील ओटवाल ने किया।