जितेंद्र मल्लाह / मुंबई
‘जुहू’ बीच पर सोमवार की शाम को डूबे चारों किशोरों के शव दमकलकर्मियों एवं पुलिस ने बरामद कर लिए हैं। इस दर्दनाक हादसे के संबंध में हैरान करने वाली ये जानकारी सामने आई है कि हादसे के वक्त पानी में कुल ६ लोग डूब रहे थे। इस दौरान पानी के बाहर खड़े उनके दो साथी मौके से डर कर भाग गए। घर आकर उन्होंने किसी को हादसे के बारे में कुछ नहीं बताया था। ऐन मौके पर बीच के पास मौजूद मछुआरों की डूबते लड़कों पर नजर पड़ गई और उन्होंने २ लड़कों को बचा लिया, जिसके बाद हादसे के बारे में सबको पता चला। इस दर्दनाक हादसे में दो सगे भाइयों की मौत हो गई, जिनकी बेवा मां के बुढ़ापे का सहारा छिन गया। इसी तरह एक मृत किशोर के पिता कुछ महीने पहले पक्षाघात का शिकार हुए थे तो वहीं एक मृत किशोर का भाई मानसिक रूप से बीमार बताया जा रहा है। बता दें कि सांताक्रुज-पूर्व के वाकोला स्थित दत्त मंदिर रोड निवासी ४ किशोर सोमवार की शाम जुहू चौपाटी के दक्षिणी छोर पर नहाने के दौरान लहरों के साथ बह गए थे। उनकी तलाश में लगी दमकल विभाग, कोस्ट गार्ड और नेवी के हेलीकॉप्टरों की टीम को १६ वर्षीय धर्मेश वालजी फौजिया का शव सोमवार को देर रात तक मिल गया था। लेकिन ‘बिपोरजोय’ चक्रवाती तूफान के एलर्ट और उफान मारती समुद्र की लहरों के कारण मनपा, दमकलकर्मियोंं और पुलिस को बाकी तीन शवों के बहकर बाहर आने तक इंतजार करना पड़ा। मनपा आपदा प्रबंधन कक्ष द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बचाव कर्मियों ने १६ वर्षीय शुभम योगेश भोगानिया का शव मंगल वार को सुबह में, इसी तरह १२ वर्षीय मनीष योगेश भोगानिया का शव दोपहर में जबकि १५ वर्षीय जय रोशन ताजबरिया का शव शाम को पानी से बाहर निकाला। जुहू बीच हादसे में मृत धर्मेश वालजी फौजिया का अंतिम संस्कार कल शाम के वक्त कर दिया लेकिन एक साथ ४ मौतें होने के कारण मृतक किशोरों के समाज के समक्ष `धर्म संकट’ खड़ा हो गया। मृतकों के एक करीबी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सभी मृतक गुजरात के सुरेंद्र नगर जिले के निवासी हैं और सब एक ही समाज से ताल्लुक रखते हैं। मान्यताओं के अनुसार, किसी एक की अंतिम यात्रा में शामिल लोग दूसरे की अंतिम यात्रा में तब तक शामिल नहीं हो सकते हैं, जब तक कि पहले का भार न उतर जाए अर्थात दसवें पर केश दान की रस्म पूरी न हो जाए।
वाकोला में खेल रहे थे क्रिकेट पहुंच गए जुहू बीच
इस अप्रत्याशित हादसे से पीड़ित परिवार दुखी और हतप्रभ हैं। मुहल्ले में क्रिकेट खेल रहे बच्चे अचानक जुहू बीच वैâसे और किसके उकसावे पर पहुंच गए? ये सवाल परिजनों को सता रहा है।