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श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के समीप भोर में अचानक से 2 मकान ढहा, महिला पुलिसकर्मी समेत 9 लोग मलबे में दबकर हुए घायल, एक की मौत

उमेश गुप्ता / वाराणसी

वाराणसी में मंगलवार की भोर में एक बड़ा हादसा हो गया। यहां काशी विश्वनाथ मंदिर के पास भोर में चार बजे अचानक से 2 मकान ढह गए। जिसमें ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिसकर्मी समेत 9 लोग मलबे में दब गए। 8 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। जबकि एक की मौत हो गई।

चौक थाना क्षेत्र के खोवा गली में पांचों पांडव मंदिर के समीप मंगलवार को दो मकान धराशाई हो गए। घटना की सूचना पर पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। मौके पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे। NDRF की टीम रेस्क्यू में जुट गई। 8 घायलों को बाहर निकाला। वहीं महिला की मौत हो गई। घटना में श्री काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा में तैनात महिला सिपाही भी घायल हो गई। घायलों को मंडलीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना के बाद मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा, डीएम एस राजलिंगम व अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंच स्थिति का जायजा लिया।

घटना की सूचना सूचना पर मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा ने भी घटनास्थल पर पहुंच गए। पीएम मोदी ने भी मंडलायुक्त से फ़ोन पर बात की। उन्होंने घटना के मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी ली। कमिश्नर ने उन्हें बताया कि मृतक महिला और घायलों को मुआवजा दिया जाएगा। घायलों का बेहतर इलाज कराया जा रहा है। मंडलायुक्त ने बताया कि दोनों मकान गिरने से 9 लोग फंसे हुए थे। एक महिला की मौत हो गई है। वहीं 8 लोगों को निकाला गया। उनका इलाज चल रहा है।

प्रशासन रास्ते से मलबा साफ कराने और यातायात, बिजली, पानी समेत अन्य व्यवस्थाएं बहाल कराने में जुटा हुआ है। उन्होंने बताया कि मकान लगभग 70-80 साल पुराने थे। दरअसल, दोनों मकानों की दीवारें सटी हुई थीं। इसलिए एक मकान का ऊपरी मंजिला गिरा तो दूसरा मकान भी धराशाई हो गया। बताया कि सीएमएस और सीएमओ की देखरेख में घायलों का बेहतर ढंग से उपचार कराया जा रहा है।

दरअसल, जिस जगह पर हादसा हुआ है, उस गली की चौड़ाई लगभग 8 फ़ीट है। NDRF ने रेस्क्यू का पूरा काम मैन्युअली किया है। लगातार 6 घण्टे के ऑपरेशन के बाद 8 लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया है। NDRF ने मलबों को हाथों से हटाया। इसी वजह से रेस्क्यू में समय लग गया। दोनों मकान विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर से महज 10 मीटर की दूरी पर हैं।

स्थानीय लोगों ने बताया कि हादसे में घायल मनीष गुप्ता मकान को ठीक कराना चाहते थे। लेकिन काशी विश्वनाथ क्षेत्र में किसी भी प्रकार के निर्माण के लिए परमिशन लेना पड़ता है। उन्होंने मंदिर परिसर से लेकर नगर निगम के अधिकारियों से अनुमति मांगी थी कि मकान को या तो जमींदोज कर दिया जाय या फिर मरम्मत के लिए अनुमति दी जाय, लेकिन अनुमति नहीं मिली। उन्होंने मकान के मरम्मत के लिए सामान भी मंगवा लिया था।
जब कि दूसरी ओर मंदिर प्रशासन ने मकान मरमत के लिए परमिशन लेने की बात का खण्डन किया।

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