जफराबाद (जौनपुर) थाना क्षेत्र के हौज गांव में मंगलवार को देर शाम कहासुनी के बाद मारपीट की घटना हो गई। महेश चौहान के चाचा श्याम सिंह चौहान ने पेट में चाकू मार दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि चाकू लगने के बाद घटना की जानकारी जफराबाद थाने पर मौजूद चौकी इंचार्ज आशीष पांडे को दी गई। उन्होंने गाली गलौज देते हुए थाने से भगा दिया। प्राथमिकी तक दर्ज नहीं की। घायल अवस्था में महेश काे उपचार हेतु सदर हॉस्पिटल ले गए। पुलिस केस न होने की वजह से उपचार में कमी को देखते हुए परिजन प्राइवेट हॉस्पिटल में ले गए। गुरुवार को महेश की हालत गंभीर हो गई। महेश को वाराणसी के लिए रेफर किया गया। रास्ते में उनकी मौत हो गई। शव ले आने के बाद दोपहर में एक बजे परिजन तथा ग्रामीण आक्रोशित हो गए।
चौकी इंचार्ज पर आरोप लगाते हुए परिजन शव ले जाने से मना कर दिए। थाना अध्यक्ष राजाराम द्विवेदी ने सूझबूझ के साथ परिजनों से बात की। महेश की पत्नी बबीता तथा घायल मां विद्या देवी ने बताया कि मेरे पति मंगलवार को रात थाने में जाकर मारने वालों के सभी लोगों का नाम तक बताया। चौकी इंचार्ज आशीष पांडे ने कोई सुनवाई नहीं की। यहां तक कि गाली देकर भगा दिया। चाकू मारने वाले श्याम सिंह को इलाज के नाम पर अस्पताल भेज दिया जहां से वह फरार हो गया। थानाध्यक्ष ने मां विद्या देवी से तहरीर लेकर मुकदमा लिखने तथा चौकी इंचार्ज को निलंबित करने के लिए उच्चाधिकारियों को सूचना देने के आश्वासन पर परिजन तथा गांव वाले शांत हुए।
एक माह पूर्व महेश की हुई थी शादी
पति को चाकू लगने की सूचना होने पर मुंबई से उनकी पत्नी जहाज से भागते हुए बबिता देवी अपने ससुराल हौज गांव में पहुंची। रोते हुए बबीता ने बताया कि बीते 2 मई को हमारी शादी मुंबई में हुई थी। हमारा सुहाग उजड़ गया। कह कर रोने लगी। अपने दो भाइयों में महेश छोटे थे। महेश मुंबई में रोलगोल की फैक्ट्री चलाने का कार्य करता था।माता विद्या देवी तथा पत्नी का रोते-रोते बुरा हाल हो गया है।