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असंवैधानिक मुख्यमंत्री जिद पर अड़े … आधा-अधूरा खुलेगा सिविल अस्पताल! … खतरे में डालेंगे मरीजों की जान

जनता ने उठाए सवाल
धीरेंद्र उपाध्याय / मुंबई
ठाणे जिला अस्पताल को सुपर स्पेशियलिटी में परिवर्तित करने के लिए भले ही महाविकास आघाडी सरकार के कार्यकाल में मंजूरी मिली और पर्याप्त फंड मुहैया कराया गया। लेकिन यह ड्रीम प्रोजेक्ट शिवसेना से गद्दारी करनेवाले सूबे के असंवैधानिक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का ड्रीम प्रोजेक्ट है। अस्पताल प्रशासन का दावा है कि परिसर में इमारतों का काम ७० फीसदी पूरा हो चुका है और अभी भी निर्माण कार्य जारी है। इसके पूरा होने में तकरीबन एक साल की अवधि लगेगी। इसके बावजूद सीएम अपने ड्रीम प्रोजेक्ट सिविल अस्पताल को विधानसभा चुनाव से पहले शुरू करने की जिद पर अड़े हैं, ताकि इसका कुछ लाभ चुनाव में मिल सके। कुल मिलाकर उनका यह जिद मरीजों की जान खतरे में डाल सकता है, जिसे लेकर अब जनता भी सवाल उठा रही है।
उल्लेखनीय है कि ठाणे जिला सरकारी अस्पताल में शहर और जिले के साथ ही पालघर और रायगढ़ जिले से हर महीने लाखों की संख्या में मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं। इनमें अधिकांश मरीज गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार से होते हैं। दूसरी तरफ ठाणे का कलवा मेडिकल कॉलेज व छत्रपति शिवाजी महाराज मेडिकल कॉलेज शिंदे राज में राजनीति का शिकार हो रहा है। यहां आने वाले मरीजों का सही तरीके से इलाज नहीं होता है। कई मामलों में इस अस्पताल से मरीजों को सीधे सिविल में रेफर कर दिया जाता है।
९०० बेडों का होगा अस्पताल
सिविल सर्जन डॉ. कैलाश पवार ने कहा कि यहां ९०० बेड वाला सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बन रहा है, जिसमें २०० प्रसूति और २०० सुपर स्पेशियलिटी बेड होंगे। इसके साथ ही शेष ५०० सामान्य बेड होंगे। साथ ही हर विभाग में दो अलग-अलग आईसीयू वार्ड बनाए जाएंगे। अस्पताल में यूरोलॉजी, ऑन्कोलॉजी, ओंको सर्जरी सेक्शन, कार्डियोलॉजी, कार्डियो वैस्कुलर सेक्शन, नेप्रâोलॉजी और डायलिसिस सेक्शन का विस्तार किया जाएगा।

मविआ ने दी थी मंजूरी
तत्कालीन आघाडी सरकार ने इस अस्पताल को न केवल मंजूरी दी, बल्कि इसके लिए ५२८ करोड़ रुपए की निधि भी मुहैया कराई। इसके साथ ही मार्च २०२३ में सिविल अस्पताल को सुपर स्पेशियलिटी बनाने के लिए इमारत का निर्माण भी शुरू कर दिया गया, जिसे १८ महीने में पूरा करना था, जो पिछले महीने ही बीत चुकी है। लेकिन अभी तक ७० फीसदी ही निर्माण कार्य पूरा हुआ है। इसमें से पार्किंग और मोर्चुरी की इमारत बनकर तैयार हो गई है।

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