सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई की स्वच्छता के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बड़े जोर-शोर से स्वच्छता अभियान शुरू किया था, लेकिन इस योजना के बावजूद मुंबई की सफाई ताक पर है। मनपा सफाई कर्मचारी सफाई के लिए दावे तो कर रहे हैं, लेकिन शिकायतों का अंबार बढ़ता ही जा रहा है। इस अभियान के तहत एक साल में लगभग १७ हजार शिकायतें मिली हैं। मनपा आयुक्त भूषण गगरानी ने खुद इसका खुलासा किया है।
उन्होंने ‘मुख्यमंत्री स्वच्छ मुंबई’ हेल्पलाइन पर अपडेट प्रदान किए, जिसमें कहा कि एक साल पहले इस अभियान को लांच किया गया था। गगरानी के अनुसार, हेल्पलाइन पर १६,८१७ शिकायतें प्राप्त हुई हैं। उन्होंने कहा कि शहर में स्वच्छता कायम रखने का प्रयास किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि इस अभियान के तहत मिली शिकायतों में से लगभग ९८ शिकायतों का त्वरित समाधान भी किया गया है। गगरानी ने शहर के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के चल रहे आधुनिकीकरण पर भी जानकारी दी। बीएमसी वर्ली, बांद्रा, धारावी, वर्सोवा, मालाड, घाटकोपर और भांडुप में स्थित सात एसटीपी को अपग्रेड करने पर काम कर रही है।
५ नए फायर स्टेशन बनेंगे
उन्होंने घोषणा की कि मुंबई में जल्द ही उपनगरीय क्षेत्रों में पांच नए फायर स्टेशन बनाए जाएंगे। कांदिवली (पूर्व) में ठाकुर विलेज और कांजुरमार्ग-पश्चिम में एलबीएस रोड पर दो स्टेशन पहले से ही निर्माणाधीन हैं। गगरानी ने कहा कि बीएमसी जल्द ही तीन और फायर स्टेशनों पर काम शुरू करेगी, जो सांताक्रुज-पश्चिम में जुहू तारा रोड, चेंबूर में माहुल रोड और तिलक नगर में स्थित होंगे। मुंबई फायर ब्रिगेड को जल्द ही अपनी क्षमता को और बढ़ाने के लिए ४० मीटर लंबी टर्नटेबल सीढ़ी भी मिलेगी।