‘घातियों और भाजपा से मेरा आह्वान है कि वे नपुंसक नहीं हैं तो बालासाहेब की फोटो न लगाएं, शिवसेना का नाम न लें और बिना धनुष-बाण चिह्न के चुनाव लड़कर दिखाएं, वरना नपुंसकों की तरह गांवों में घूमें
सामना संवाददाता / मुंबई
नालायकों के साथ मैं फिर से एनडीए में नहीं जाऊंगा। इन शब्दों में शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने जोरदार गर्जना करते हुए केंद्र को चेतावनी दी। वे षण्मुखानंद सभागृह में आयोजित शिवसेना के ५८ वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने विरोधियों पर जोरदार प्रहार किया। उद्धव ठाकरे ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि मैं लोकसभा चुनाव में महाविकास आघाड़ी को मतदान करने वाले सभी जाति और धर्म के देशभक्तों को धन्यवाद देता हूं। लोकसभा चुनाव के बाद यह खुशी का पल है। जनता के समर्थन से मैं उस बल्लेबाज की तरह हो गया हूं जो मैच जीतने के बाद वापस आता है। सफलता मेरी नहीं आप सभी की है। उन्होंने कहा कि शिवसेनाप्रमुख ने मुझसे दो बातें कही थीं, अगर हमें खुद पर भरोसा है तो दुनिया के किसी भी कोने में कोई मात नहीं दे सकता। लेकिन आत्मविश्वास और अहंकार में फर्क होता है। यह आत्मविश्वास है कि मैं हार भी सकता और जीत भी सकता हूं। लेकिन सिर्फ मैं ही यह कर सकता हूं यह अहंकार है, जो मोदी में है।
विजयी सांसदों के साथ मैंने योद्धा उम्मीदवारों का भी सत्कार किया, क्योंकि मध्यावधि चुनाव किसी भी समय लग सकता है। यह सरकार चलेगी, ऐसा मुझे नहीं लगता है। यह गिरनेवाली ही है, गिरना भी चाहिए।
हार-जीत होती रहती है। चुनाव हारे तो कल जीतेंगे भी, लेकिन हिम्मत हारे तो फिर नहीं जीत सकेंगे। मैं हिम्मत नहीं हारने वाला हूं और तुम्हें भी हिम्मत हारने नहीं दूंगा। कई ठिकानों पर चुनाव जरूर हारे हैं, वह मेरे दिल पर लगा है, इस हार की समीक्षा करूंगा और वहां जीत मिले बगैर मैं शांत नहीं रहूंगा। आज यह शपथ लेता हूं।
अगर तुम पीठ पर हमला करोगे तो हम शेर की तरह पंजा मारेंगे! -उद्धव ठाकरे की जोरदार चेतावनी
अगर तुम पीठ के पीछे से हमला करोगे तो हम शेर की तरह पंजा मारेंगे। मैं गद्दार गुट और बीजेपी से कहता हूं कि अगर आप नपुंसक नहीं हैं तो बालासाहेब ठाकरे की फोटो लगाए बिना, धनुष बाण निशान लिए बिना और शिवसेना का नाम लगाए बिना, चुनाव लड़कर दिखाओ। मेरे पिता की फोटो का उपयोग करते हो और और मुझे ही स्ट्राइक रेट बताते हो। गद्दार शिंदे के पिता की तस्वीर लगाओ और चुनाव के लिए मैदान में आकर दिखाओ।
शिवसेना के ५८ वें स्थापना दिवस को संबोधित करते हुए शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि यह सरकार चल पाएगी, मुझे नहीं लगता कि यह सरकार चलने लायक है। यह सरकार गिरनी चाहिए, फिर से चुनाव होना चाहिए और अगर यह गिरी तो हम ‘इंडिया’ गठबंधन के नेतृत्व वाली सरकार बनाएंगे। उद्धव ठाकरे ने भाजपा को ललकारते हुए कहा कि देश का लोकतंत्र इस सरकार के कार्यकाल में खतरे में है और अगर देश का लोकतंत्र बचाना आतंकवाद है तो मैं आतंकवादी हूं। इसके अलावा उन्होंने बिना किसी का नाम लिए भाजपा को बिना शर्त समर्थन देने वाली महाराष्ट्र की महायुति में चौथी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि वे मेरे विरोध के लिए खुलकर सामने आए, इस बार भाजपा को बिना शर्त समर्थन दिया। तुम प्रेम से रहोगे तो हम प्यार से रहेंगे।
उद्धव ठाकरे ने चुनौती देते हुए कहा कि मोदी विधानसभा के लिए सभाएं लें और गद्दार शिंदे को अलग रखें, फिर देखो परिणाम क्या होता है। उन्होंने कहा कि मुझे एक बात पर निश्चित रूप से गर्व है कि हमने केवल बालासाहेब ठाकरे की फोटो का इस्तेमाल किया, किसी और की फोटो का इस्तेमाल नहीं किया।
उन लोगों को धन्यवाद जिन्होंने महाविकास आघाड़ी को वोट दिया
उन्होंने कहा कि ऐसे क्षण आते हैं, जब भावनाओं को व्यक्त करना मुश्किल हो जाता है। लोकसभा चुनाव के बाद हमारी शिवसेना का यह पहला कार्यक्रम है। हाल ही में महाविकास आघाड़ी की प्रेस कॉन्प्रâेंस हुई। उस वक्त मैंने कार्यकर्ताओं, समर्थकों और मतदाताओं सभी को धन्यवाद दिया। लेकिन आज मैं एक बार फिर शिवसेना की ओर से हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, बौद्ध, दलित सहित सभी देशभक्तों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने महाविकास आघाड़ी को वोट दिया।
काले कौवे इकट्ठा हो गए हैं
भाजपा पर हमला करते हुए शिवसेनापक्षप्रमुख ने कहा कि वे बैठे-बैठे प्रचार कर रहे हैं कि हमने हिंदुत्व छोड़ दिया है क्योंकि हम कांग्रेस के साथ चले गए हैं। वे कह रहे हैं कि शिवसेना ने हिंदू धर्म छोड़ दिया है। अब काले कौवे इकट्ठे हो गए हैं और उनकी कांव-कांव शुरू हो गई है। उन्हें बता दूं, मैंने हिंदू धर्म नहीं छोड़ा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि देशभक्तों ने संविधान और देश को बचाने के लिए मुझे वोट दिया है।
भाजपा को झटका लगा है
उद्धव ठाकरे ने कहा कि लोकसभा में हार के बाद भाजपा को झटका लगा है। अपनी लाज बचाने के लिए भाजपा द्वारा ऐसी अफवाहें उड़ाई जा रही हैं कि चुनाव के बाद उद्धव ठाकरे फिर से एनडीए के साथ जाएंगे। क्या हमें जाना चाहिए? उनके इस सवाल पर सामने बैठे शिवसैनिकों ने ‘नहीं’ में जवाब दिया। उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब मैं भाई-भतीजावाद कहता हूं तो मेरे शब्दों में थोड़ा-सा भाई-भतीजावाद आ जाता है। ऐसी चर्चाएं हैं कि उद्धव ठाकरे एनडीए में शामिल होंगे, तो भुजबल शिवसेना में शामिल होंगे। भुजबल ने मुझसे बात नहीं की। वह मंत्री हैं, वह देखेंगे कि क्या करना है, लेकिन बीजेपी साजिश रचकर अपनी नाकामी पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है। भाजपा को विषय बदलना अच्छे से आता है।
असली नक्सली तो ये लोग हैं
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुस्लिम समुदाय हमारे साथ है। उन्होंने गद्दार शिंदे को करारा जवाब देते हुए कहा कि शिंदे ने शहरी नक्सलवाद का मुद्दा उठाया है। क्या आप तानाशाही को उखाड़ फेंकने को आतंकवाद मानते हैं? उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि अगर देश का संविधान बचाना आतंकवाद है तो मैं आतंकवादी हूं। असली नक्सलवादी तो ये लोग हैं जो पार्टी को तोड़ने, सरकार गिराने, टूटे हुए भ्रष्ट लोगों को मंत्री पद देने के लिए लोकतंत्र की हत्या करते हैं।
चंद्राबाबू और नीतीश कुमार हिंदुत्ववादी हैं क्या?
वे कह रहे हैं कि देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए हमने हिंदुत्व छोड़ा है, तो नरेंद्र मोदी ने सत्ता के लिए भाजपा को छोड़ा है। २०१४ और २०१९ की तस्वीरें देखिए। आज भाजपा के साथ कौन बैठे हैं चंद्राबाबू और नीतीश कुमार, ये कौन से हिंदुत्ववादी लोग हैं? क्या चंद्राबाबू ने आंध्र में मुस्लिम समुदाय से वादा नहीं किया है? क्या नीतीश कुमार ने मुस्लिम समुदाय से कोई वादा नहीं किया है?