मुख्यपृष्ठनए समाचारएमपी के बेलगाम अफसर... जो विधायकों की भी नहीं सुनते

एमपी के बेलगाम अफसर… जो विधायकों की भी नहीं सुनते

दीपक तिवारी / विदिशा

एमपी में ये क्या हो रहा है। जब सत्ता में बैठे विधायकों की ही अधिकारी न सुनें तो फिर बेचारी जनता क्या करे। ताजा मामला सागर जिले की देवरी विधानसभा क्षेत्र का है, जहां के विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने पुलिस थाने में सुनवाई न होने पर अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया। हालांकि, बाद में रूठे विधायक जी को मना लिया गया और उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया, लेकिन इस घटनाक्रम ने मध्य प्रदेश की बेलगाम अफसरशाही की पोल खोल दी है।
भाजपा के दिग्गज नेता और रहली से भाजपा विधायक गोपाल भार्गव ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया फेसबुक पर जाहिर की। उन्होंने कहा कि
अभी-अभी देर रात जानकारी लगी कि मेरी नजदीकी विधानसभा क्षेत्र देवरी के विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र मा. विधानसभा अध्यक्ष को भेजा है और वे केसली थाना में धरने पर बैठ गए हैं। इसकी जानकारी लगते ही मैंने वरिष्ठ विधायक पटेरिया से दूरभाष पर चर्चा कर विषय जाना। उन्होंने मुझे जो बताया उसे सुनकर मैं स्तब्ध हूं और सोच में पड़ गया। उन्होंने बताया कि उनकी विधानसभा क्षेत्र के मेढ़की ग्राम के व्यक्ति की सर्पदंश से मृत्यु हुई, मृत्यु उपरांत ग्रामवासी एवं परिवारजन मृत सर्प एवं मृतक के शरीर को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और चिकित्सक को घटना के संबंध में अवगत कराया। चिकित्सक द्वारा मृतक के परिवारजन से इस आशय का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए 40,000 रुपए की मांग की गई।पटेरिया ने बताया कि पीड़ित परिवारजन ने जब पूरे प्रकरण की जानकारी दी और सबंधित चिकित्सक के विरुद्ध एफआईआर कराए जाने की कार्रवाई की मांग की, तो मैं स्वयं केसली थाना पहुंचा और चिकित्सक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के लिए कहा। परंतु प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। बृज बिहारी पटेरिया द्वारा बताया गया कि साक्ष्यों के उपरांत जब प्राथमिकी दर्ज करने के लिए मुझे पीड़ित पक्ष के साथ धरने पर तक बैठना पड़ा और कार्रवाई नहीं हुई, तो ऐसे पद का क्या मतलब।
उक्त घटनाक्रम दुखद है, किसी व्यक्ति मृत्यु की जैसी घटना पर भी शासकीय कर्मचारियों द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जाने के लिए पैसे की मांग की जा रही है। भाजपा की सरकार जो गरीबों के लिए ही दिन रात कार्य कर रही है, ऐसी सरकार में पुलिस के अधिकारियों या चिकित्सकों कोई भी हो जो जनता से चुने विधायक की भी न सुने उनकी ऐसी कार्यप्राणली बर्दास्त नहीं की जाएगी।
मेरे द्वारा विधानसभा देवरी के विधायक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बृज बिहारी पटेरिया से कहा गया है कि हमें क्षेत्र की जनता ने आशा और विश्वास के साथ चुना है, आप इस्तीफा न दें। मैं स्वयं पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से संबंधित पुलिसकर्मी एवम दोषी चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई हेतु बात कर रहा हूं।
इसके बाद मैंने जिले के अधिकारियों से बात कर संबंधित दोषियों के विरुद्ध अविलंब कार्रवाई करने को कहा है, साथ ही उन्हें बताया कि प्रदेश की भाजपा सरकार आमजन के प्रति बेहद संवेदनशील है। इस प्रकार के गैर जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यप्रणाली एवं व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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