सामना संवाददाता / नई दिल्ली
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्रीय बजट में आंध्र प्रदेश और बिहार के लिए की गई घोषणाओं को ‘सरकार बचाने’ का प्रयास करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने किसानों और नौजवानों सहित पूरे देश की अनदेखी की है। उन्होंने यह भी कहा कि देश का नौजवान आधी-अधूरी नहीं, बल्कि पक्की नौकरी चाहता है।
यादव ने आम बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संसद भवन परिसर में कहा कि आंकड़ों के हिसाब से बड़ी-बड़ी बातें की जाती हैं, लेकिन जो परियोजनाएं चल रही हैं वो समय पर पूरा नहीं हुई हैं। सरकार बचानी है तो बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए विशेष पैकेज या विशेष योजनाओं का एलान किया गया है। संसद परिसर में यह पूछे जाने पर कि सारा फोकस बिहार और आंध्र प्रदेश पर दिया गया है, अखिलेश ने कहा कि इससे बड़ा पैकेज उत्तर प्रदेश को दिया जाना चाहिए था, क्यों कि उत्तर प्रदेश ने देश को पीएम दिया और क्या चाहिए?
यादव ने सवाल किया कि क्या आधी-अधूरी नौकरी में आरक्षण होगा और इस बजट के माध्यम से पक्की नौकरी के लिए क्या इंतजाम हैं? उन्होंने कहा कि अगर ‘गिफ्ट’ सिटी गुजरात में हो सकती है तो वाराणसी या गोरखपुर में क्यों नहीं? उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बजट में पूरे देश की अनदेखी की गई है।
आम लोगों के लिए नहीं है कुछ खास … बजट पर शशि थरूर ने साधा निशाना
संसद में मोदी सरकार ३.० का पहला बजट पेश किया गया। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने लगातार ७वीं बार बजट पेश किया है। केंद्रीय बजट में सरकार ने लोगों को कई बड़ी राहतें दी हैं। इसी बीच केंद्रीय बजट २०२४ को लेकर विपक्ष ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने बजट पर मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इस बजट में आम लोगों के लिए कुछ नहीं है।
बजट पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा, ‘आम लोगों के हितों के लिए बजट में कुछ नहीं था। इस बजट में मनरेगा जैसी योजनाओं को लेकर कोई बड़ा कदम नहीं उठाया है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘बजट में आम आदमी की आय में सुधार को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है। इसके अलावा जो भी कदम उठाए गए हैं, वो सभी पर्याप्त नहीं हैं। हमने इस सरकार में आय में असमानता को लेकर काम करते बहुत कम देखा है।’
अग्निवीर की तरह है इंटर्नशिप स्कीम!
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण का सातवां और मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट था। बजट आने के बाद से लगातार विपक्षी नेताओं द्वारा बजट को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। केंद्रीय बजट को लेकर भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर का भी बयान आया है। उन्होंने भी बजट को लेकर कई सवाल उठाए हैं। चंद्रशेखर आजाद ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि आज का बजट उद्योगपतियों को खुश करने वाला और देश के मजदूर, किसान, युवा, बेरोजगारों, महिलाओं और बहुजनों को निराश करने वाला है।
‘मोदी सरकार बचाओ’ बजट है
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्रीय बजट २०२४-२५ पर प्रतिक्रिया देते हुए ‘एक्स’ पर १० बिंदु शेयर किए हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का बजट अपने गठबंधन के साथियों को ठगने के लिए आधी-अधूरी ‘रेवड़ियां’ बांट रहा है, ताकि एनडीए सरकार बची रहे। उन्होंने आगे कहा, ‘यह देश की तरक्की का बजट नहीं, ‘मोदी सरकार बचाओ’ बजट है।’
यूपी नाम का शब्द बजट से हटा दिया
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने बजट-२०२४ पर कहा है, …बस ‘बदला लो’ व ‘सरकार बचाओ’ बजट जरूर है, देश का क्या होगा फिर देखा जाएगा।’ उन्होंने कहा कि यूपी ने लोकसभा में हराया तो यूपी नाम का शब्द बजट से हटा दिया। महाराष्ट्र हारे तो उसका नाम काट दिया और हरियाणा हारे तो उसके अस्तित्व से मुंह मोड़ लिया।
झुनझुना लेकर पहुंचा विपक्ष
केंद्र सरकार द्वारा बिहार को ‘विशेष राज्य’ का दर्जा नहीं दिए जाने पर बिहार विधानसभा के मानसून सत्र में मंगलवार को आरजेडी व कांग्रेस के नेता झुनझुना लेकर पहुंचे। विपक्षी विधायकों ने केंद्र और बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस नेता शकील अहमद ने कहा कि बिहार को केंद्र से झुनझुना मिला है इसलिए वह झुनझुना लेकर आए।
अनंत अंबानी की शादी देखना ज्यादा अच्छा होता
भारत-पे के पूर्व एमडी अशनीर ग्रोवर ने केंद्रीय बजट २०२४-२५ को ‘बोरिंग, बेजान और बिना मतलब का बजट’ बताया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा कि बजट भाषण देने की जगह वे केवल इतना कह सकते थे, ‘इस बार मन नहीं कर रहा, कुछ करना है तो अगली बार देख लेंगे’…(अनंत) अंबानी की शादी देखना बजट देखने से ज्यादा अच्छा होता।’