लखनऊ। उत्तर प्रदेश जंगल राज की गिरफ्त में फंस चुका है। यहां कानून और संविधान का शासन नहीं है। अपराध की पराकाष्ठा हो गई है। सड़कों पर खुलेआम हत्याएं हो रही हैं। अपराधियों को सत्ताधारी पार्टी का संरक्षण मिला हुआ है। सपा अध्यक्ष ने प्रयागराज प्रकरण पर सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि मीडिया के सामने सुनियोजित तरीके से पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच हत्या होना सरकार की नाकामी हैं। जब पुलिस सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसी की हत्या की जा सकती है तो आम जनता कितनी सुरक्षित है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार ने अराजकता का जो माहौल बनाया है, इससे जनता के बीच भय व्याप्त हो गया है। ऐसा लगता है कि कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं। प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज ही नहीं बची है। लगता है सरकार की साख ही मिट्टी में मिल गई है। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार के समय में जिस उत्तर प्रदेश में विकास की बात होती थी, मेट्रो, एक्सप्रेस-वे, आईटी सिटी, लैपटॉप की बात होती थी, उस उत्तर प्रदेश में अब अपराध, अपराधियों, गन और पिस्टल की चर्चा होती है। भाजपा ने नफ़रत फैलाकर समाज को डरा दिया है। आने वाले समय में भाजपा सरकार को यह भारी पड़ेगा।
यूपी में फिर दबंगों का कहर!
जमानत पर छूटने के बाद गैंगरेप पीड़िता के घर को जलाया
उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक बार फिर दबंगों ने कहर बरपाते हुए एक नाबालिग गैंगरेप पीड़िता के घर में आग लगा दी, जिससे दो मासूम बच्चे झुलस गए। दोनों को गंभीर हालत में इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। आरोप है कि जमानत पर छूटे गैंगरेप के दो आरोपियों ने ही इस वारदात को अंजाम दिया है। जानकारी के अनुसार, उन्नाव में दुष्कर्म के दो आरोपी एक माह पहले जेल से जमानत पर छूटे और दो अन्य साथियों के साथ नाबालिग दलित पीड़िता के घर पहुंच गए। पीड़िता व उसकी मां का आरोप है कि आरोपी दुष्कर्म के मुकदमे में सुलह का दबाव बनाते हुए गाली गलौज करने लगे। पीड़िता व उसकी मां के विरोध पर लाठी-डंडे से मारने के बाद आरोपियों ने घर में आग लगा दी। आग की चपेट में आने से नाबालिग गैंगरेप पीड़िता का बेटा व बहन झुलस गए। बता दें कि उन्नाव के एक गांव की रहने वाली १३ वर्ष की नाबालिग ने गांव के ही युवकों पर पर बंधक बनाकर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने का आरोप लगाया था। पीड़िता के एक माह तक थाने के चक्कर काटने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया था। आरोप है कि करीब एक माह पहले जेल से जमानत पर छूट अमन और सतीश अपने दो साथियों के साथ गैंगरेप पीड़िता के घर पहुंचकर घर में आग लगा दी।