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२४ घंटे के अंदर खाली करो मनपा कार्यालय… नहीं तो मुंबईकर दिखाएंगे आक्रोश! आदित्य ठाकरे ने पालकमंत्री लोढ़ा को चेताया

सामना संवाददाता / मुंबई
उपनगर के पालकमंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा ने मुंबई मनपा के मुख्यालय में अपना कार्यालय खोला है। इसे लेकर मुंबईकरों ने काफी नाराजगी व्यक्त की है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व विधायक आदित्य ठाकरे ने भी उन पर कड़ी आपत्ति जताई है। आदित्य ठाकरे ने इस मामले में राज्य सरकार को साफतौर पर चेतावनी दी है कि अगर लोढ़ा ने चौबीस घंटे के भीतर मनपा मुख्यालय से कार्यालय नहीं हटाए तो उन्हें मुंबईकरों के गुस्से का सामना करना पड़ सकता है।
विधान भवन परिसर में आदित्य ठाकरे से बातचीत के दौरान मीडिया ने पूछा कि पालकमंत्री लोढ़ा ने मनपा के मुख्य कार्यालय में भी अपना कार्यालय बनाया है, जिस पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि आखिर मनपा में पालकमंत्री का कार्यालय क्यों होना चाहिए, मनपा से उनका क्या रिश्ता है?
…तो सभी महापौरों को मंत्रालय में मौका दें
उन्होंने कहा कि जब वे महाविकास आघाड़ी सरकार में मंत्री थे, तब उन्होंने मनपा में बैठकें ली थीं, लेकिन किसी हॉल पर कब्जा नहीं किया था। आदित्य ठाकरे ने कहा कि ऐसी चीजें बंद होनी चाहिए या फिर राज्य के सभी महापौरों को मंत्रालय में एक केबिन दी जानी चाहिए और
मुझे भी मुंबई के विधायक के रूप में मनपा में एक केबिन दिया जाना चाहिए।
…कहां गई भाजपा की देशभक्ति?
आदित्य ठाकरे ने मणिपुर के मुद्दे पर केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने काफी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि मणिपुर में निर्वस्त्र की गई महिलाओं में से एक महिला कारगिल में लड़नेवाले सैनिक की पत्नी है। उन्होंने गुस्से में पूछा कि अगर शहीद की पत्नी को इस तरह प्रताड़ित किया जा रहा है तो भाजपा की देशभक्ति कहां चली गई, देश-प्रेम कहां चला गया? आदित्य ठाकरे ने कहा कि अगर देश के किसी भी नागरिक के साथ ऐसा होता है तो उसे गुस्सा होना चाहिए, इसके लिए महिला होना जरूरी नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विधानमंडल में मणिपुर के मुद्दे पर विपक्ष को धमकाया जा रहा है।
मनपा में दादागीरी शुरू है
आदित्य ठाकरे ने यह भी आरोप लगाया कि मनपा में नगरसेवकों का कार्यालय बंद कर दिया गया है। अब मंत्रियों की घुसपैठ कर गुंडागर्दी चल रही है। उन्होंने कहा कि लोढ़ा को समय रहते केबिन खाली कर देना चाहिए, नहीं तो मुंबईकर नाराज हो जाएंगे और अगर उन्होंने अपना गुस्सा व्यक्त किया तो पता नहीं क्या होगा! इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा?

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