सामना संवाददाता / मुंबई
पुलिस जब जबरन वसूली के एक मामले में वाल्मीक कराड की तलाश कर रही थी, तब वह और विष्णु चाटे नासिक के दिंडोरी में १५ और १६ दिसंबर को एक आश्रम में छिपे हुए थे। फिर वे १७ दिसंबर को वहां से चले गए। इसलिए यदि उन्हें जानबूझकर उक्त आश्रम में शरण दी गई है तो आश्रम प्रमुख के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्हें भी इस मामले में सह-अभियुक्त बनाया जाना चाहिए। चौंकाने वाली बात यह है कि जनवरी महीने में ही सीआईडी की एक टीम ने इस आश्रम का दौरा किया था। फिर उन्होंने सीसीटीवी फुटेज में वाल्मीक कराड और विष्णु चाटे दोनों को देखा। लेकिन सीआईडी टीम ने इसका जिक्र तक नहीं किया। तृप्ति देसाई ने कहा है कि राज्य के गृह मंत्री को इस मामले की जांच करनी चाहिए।
तृप्ति देसाई ने यह भी दावा किया कि आश्रम के प्रमुख और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच अच्छे संबंध हैं। उन्होंने कहा कि कुछ महिलाओं ने मुझसे इस बारे में शिकायत की है। पिछले साल इस आश्रम में कुछ गलत काम हो रहे थे। उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ बैठक हुई और मध्यस्थता की गई। यदि आरोपियों को किसी आध्यात्मिक स्थान पर बंदी बनाकर रखा गया है, तो उक्त आश्रम के प्रमुख के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
सीएम का धनंजय मुंडे को अभय
तृप्ति देसाई ने पूछा है कि क्या मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस धनंजय मुंडे को बचा रहे हैं? मुख्यमंत्री को मंत्रिमंडल से संबंधित सभी निर्णय लेने का अधिकार है। लेकिन इन तमाम आरोपों के बावजूद उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया। इसका मतलब यह है कि धनंजय मुंडे को फडणवीस का संरक्षण प्राप्त है।