श्रीकिशोर शाही
बिहार में बसपा का कोई जनाधार नहीं है। पर वहां जाति आधारित राजनीति होती है। ऐसे में बसपा जीतनेवाले प्रत्याशी का खेल जरूर खराब कर सकती है। आज तीसरे चरण की पांच सीटों पर मतदान होना है। एनडीए और महागठबंधन दोनों ने अपनी पूरी ताकत लगाई हुई है, पर दोनों ही खेमे में बहनजी के प्रत्याशियों को लेकर संशय है। बसपा ने इस चरण के लिए पांचों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। झंझारपुर में जदयू के सीटिंग सांसद रामप्रीत मंडल और वीआईपी के सुमन महासेठ के बीच मुकाबला है। मगर गुलाब यादव भी बसपा का दामन थामकर चुनावी मैदान में उतरे हैं। इसी तरह सुपौल में जदयू के दिलेश्वर कामत और राजद उम्मीदवार चंद्रहास चौपाल के बीच लड़ाई है। बसपा की किरण देवी ने सीधी लड़ाई को त्रिकोणात्मक बना दिया है। अररिया में भाजपा के प्रदीप कुमार सिंह और राजद के शाहनवाज आलम के बीच मुकाबला है। बसपा के गौसुल आजम किसका खेल खराब करेंगे, इस पर अटकलें लगाई जा रही हैं। बसपा ने मधेपुरा लोकसभा से अरशद हुसैन को उतारकर राजद उम्मीदवार की परेशानी बढ़ा दी है। खगड़िया में लोजपा के राजेश वर्मा और सीपीएम के संजय कुमार कुशवाहा के बीच मुकाबला है। यहां भी बसपा ने रवि कुमार को चुनावी जंग में उतारा है। कहने का मतलब है कि हर प्रत्याशी आशंकित है कि बसपा कहीं उसके वोट न काट ले।
अब गिरीडीह में प्रत्याशी की गिरफ्तारी
झारखंड में हाल ही में लोकसभा चुनाव लड़नेवाले दो प्रत्याशियों को गिरफ्तार किया गया था। अब गिरीडीह से भी ऐसी ही खबर आई है। गत रविवार की सुबह बरगंडा आरके महिला कॉलेज रोड के पास पुलिस ने अवधेश सिंह को गिरफ्तार कर लिया। अवधेश सिंह गांडेय विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। कल्पना सोरेन भी इसी सीट से उम्मीदवार हैं। दिलीप वर्मा भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं। अवधेश सिंह को पुलिस ने २०२२ में बेंगाबाद थाने में हुए एक मामले में गिरफ्तार किया। अवधेश सिंह के खिलाफ विभिन्न थानों में दर्ज मामलों की जांच करने के लिए एसडीपीओ विनोद रवानी और अन्य पुलिस पदाधिकारी छानबीन कर रहे हैं। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि अवधेश सिंह के खिलाफ कितने मामले दर्ज हैं और उनमें से कितने में उन्होंने जमानत ली है। अवधेश सिंह लगातार किसानों के मुद्दे पर आंदोलन करते रहे हैं। इसके पहले चतरा से सांसद रह चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि को नामांकन दाखिल करने के बाद हिरासत में ले लिया गया था।
हमले की टाइमिंग पर चन्नी का पोस्टमार्टम
चुनाव के वक्त आतंकी हमला होगा तो सवाल उठेंगे ही। पिछली लोकसभा चुनाव के दौरान जब हमला हुआ था तो आज तक लोग सवाल उठाते हैं। अब पुंछ में वायुसेना के वाहन पर हमला हुआ तो जालंधर सीट से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी व पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इस हमले का पोस्टमार्टम कर डाला। उन्होंने वायु सेना के काफिले पर शनिवार शाम को हुए अटैक को स्टंटबाजी करार दिया। चन्नी के अनुसार, ये हमले नहीं, स्टंटबाजी हो रही है। पिछली बार भी चुनाव आया तो ऐसे स्टंट खेले गए और भाजपा को जिताने का काम किया गया। न सिर्फ चन्नी, बल्कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्लाह ने भी इस हमले की टाइमिंग पर सवाल उठाए हैं। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी लोग तमाम तरह के कमेंट करके भाजपा को कटघरे में रख रहे हैं। अब किसी नए आतंकवादी गुट ने पुंछ हमले की जिम्मेदारी ले भी ली है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ‘एक्स’ पर इस हमले में शहीद हुए जवान को श्रद्धांजलि दी है।