सामना संवाददाता / मुंबई
बेस्ट बसों के चालकों में बढ़ती लापरवाही के कारण इन दिनों बेस्ट की बसों के दुर्घटनाग्रस्त होने के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज हुई है। इन बस चालकों को ट्रैफिक रूल्स का कोई टेंशन नहीं होता। वे चलती बस में आराम से मोबाइल फोन पर बात करते हैं और रोड के सिग्नल का भी ध्यान नहीं रखते। कई जगह वे रेड सिग्नल पर भी बस पार कर देते हैं। अंधेरी रेलवे स्टेशन से महाकाली केव्ज के बीच चलनेवाली बेस्ट की ३३३ नंबर की एक बस कल सड़क किनारे स्थित दुकान में घुस गई। बताया जा रहा है कि चालक का बस से नियंत्रण छूटने के कारण यह हादसा हुआ। इस हादसे में बस और दुकान का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। फिलहाल पुलिस ने बस को कब्जे में ले लिया है और बस चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके आगे की जांच में जुट गई है।
रामभरोसे बेस्ट
गौरतलब हो कि बेस्ट बस के चालकों की लापरवाही का यह कोई इकलौता मामला नहीं है। इससे पहले इसी साल मार्च महीने में धारावी बस डिपो में एक बेस्ट बस ड्राइवर की लापरवाही के कारण एक अन्य बस चालक की मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि डिपो में ई-बस खड़ी करने के दौरान चालक ने बस वहां खड़े एक अन्य चालक पर चढ़ा दी थी। इस मामले में आक्रोशित यूनियनों ने मृतक के परिवार के लिए पूरे मुआवजे की मांग की थी। इसी तरह मार्च महीने में ही कुर्ला स्टेशन से कालीना जानेवाले रूट पर बस क्रमांक ३१३ के चालक को बस चलाने के दौरान वीडियो कॉल पर बात करते देखा गया था। उसके एक हाथ से फोन और दूसरे हाथ से गियर पकड़ा हुआ था। बाद में एक अन्य बेस्ट चालक के मोबाइल फोन पर बात करते हुए वीडियो वायरल भी हुआ था।