सामना संवाददाता / इंफाल
मणिपुर में जल रही हिंसा की आग शांत होने का नाम ही नहीं ले रही है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय गुरुवार से और सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे शनिवार से संकटग्रस्त मणिपुर में मौजूद हैं और आज गृहमंत्री अमित शाह भी मणिपुर का दौरा कर सकते हैं।
बता दें कि हिंसाग्रस्त मणिपुर के ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन द्वारा एसटी श्रेणी में मेइतेऌ समुदाय को शामिल करने की मांग का विरोध करने के लिए ३ मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आह्वान के बाद पूर्वोत्तर राज्य में १० से अधिक जिलों में व्यापक हिंसक झड़पें और हमले हुए जिसमें ७० लोगों की जान गई और ३०० से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। सूबे में हिंसा का सिलसिला कल भी जारी रहा। कल मणिपुर में कम से कम चार जिलों से सुरक्षा बलों और सशस्त्र समूहों के बीच मुठभेड़ की कई घटनाओं की जानकारी सामने आई। इंफाल में पुलिस अधिकारियों ने कहा कि चुराचंदपुर, काकचिंग, इंफाल-पूर्व और इंफाल-पश्चिम जिलों से मुठभेड़ की सूचना मिली है। इन मुठभेड़ों में मणिपुर पुलिस के कई कमांडो और अज्ञात सशस्त्र समूह के सदस्य घायल हो गए। इन घटनाओं के विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी अशांत जिलों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और जिला प्रशासन ने इन जिलों में कर्फ्यू में छूट की अवधि भी तीन घंटे कम कर दी है। हिंसक घटनाओं के बीच मणिपुर सरकार ने शनिवार को अफवाहों और वीडियो, फोटो और संदेशों के प्रसार को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाओं के निलंबन को ३१ मई तक बढ़ा दिया। इसी बीच खबर आई है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी स्थिति का जायजा लेने और जातीय संकट को हल करने के लिए सोमवार (आज) को तीन दिनों के लिए मणिपुर का दौरा कर सकते हैं। उनके मेइतेई और कुकी समुदायों सहित सभी समुदायों के प्रतिनिधियों से मिलने की संभावना है। पूर्वी कमान के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आर.पी. कलिता ने जमीनी हकीकत का जायजा लेने के लिए २२ से २४ मई तक मणिपुर के कई संवेदनशील और मिश्रित आबादी वाले जिलों का दौरा किया।
मणिपुर में जातीय हिंसा के दौरान मणिपुर पुलिस के कमांडोज और विद्रोहियों के बीच कल ८ घंटे से अधिक समय तक गोलीबारी होती रही। मुख्यमंत्री एन. वीरेन सिंह ने बताया कि उनको रिपोर्ट मिली है कि हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में ४० ‘आतंकवादियों’ को मार गिराया गया है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि मारे गए लोग आम नागरिकों के खिलाफ एम-१६ और एके-४७ असॉल्ट राइफल्स व स्नाइपर गन्स का इस्तेमाल कर रहे थे। मुख्यमंत्री एन. वीरेन सिंह ने कहा कि ‘आतंकवादी’, नागरिकों के खिलाफ एम-१६ और एके-४७ असॉल्ट राइफलों और स्नाइपर गन का इस्तेमाल कर रहे हैं। वे कई गांवों में घरों को जलाने के लिए आए थे। हमने सेना और अन्य सुरक्षा बलों की मदद से उनके खिलाफ बहुत कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। हमें रिपोर्ट मिली है कि करीब ४० आतंकवादी मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवादी निहत्थे नागरिकों पर गोलियां चला रहे हैं। यह लड़ाई सशस्त्र आतंकवादियों के साथ चल रही है, जो मणिपुर को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, विद्रोहियों ने रविवार तड़के दो बजे इंफाल घाटी और उसके आस-पास के पांच इलाकों में एक साथ हमला किया। सेकमाई, सुगनू, कुंबी, फायेंग और सेरौ क्षेत्र में एक साथ हमला कर भारी तबाही मचाई।