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बनना है उग्र हिंदुत्व का चेहरा … भाजपा में जारी है घमासान!

-योगी की जगह छीनने के लिए हिमंत सरमा और मोहन यादव में खींचतान
-तीनों मुख्यमंत्रियों में बयान बहादुर बनने की जारी है प्रतिस्पर्धा
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
लोकसभा चुनावों के बाद भारतीय जनता पार्टी में बहुत कुछ बदला है। एक तरफ जहां केंद्र की भाजपा सरकार को अपने निर्णय को लेकर सहयोगी दलों के साथ टकराव का सामना करना पड़ रहा है तो वहीं भाजपाशासित राज्यों के सीएम आपस में टकराने लगे हैं। उग्र हिंदुत्व का चेहरा बनने की होड़ में शामिल हो गए हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को पछाड़ने के लिए असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा तो एमपी के सीएम मोहन यादव एक-दूसरे को पछाड़ने में लगे हैं।
उत्तर प्रदेश में तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने मोर्चा खोल रखा है पर अभी शांति है। इस बीच पार्टी में मुख्यमंत्रियों के बीच उग्र हिंदुत्व का पोस्टर बॉय बनने की होड़ लगी हुई है। योगी आदित्यनाथ कई उग्र बयान देकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पिछले दिनों ऐसे पैâसले लिए हैं और ऐसे बयान दिए हैं कि योगी आदित्यनाथ भी फीके पड़ जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि दोनों मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हिंदुत्व से आगे निकलना चाहते हैं। इस तरह से तीन मुख्यमंत्रियों के बीच उग्र हिंदुत्व का झंडाबरदार बनने की होड़ लगी हुई है।
जन्माष्टमी के दिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में जो रहना चाहते हैं, उन्हें हिंदू , भगवान राम और कृष्ण की जय कहना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस देश के नागरिक अपने-अपने धर्मों के पालन के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन वह देशभक्त रहें। इसके साथ ही यह भी कह गए कि खाता कहीं और का बजाता कहीं और का यह नहीं चलेगा।
मोहन यादव ने मध्य प्रदेश के सीएम पद की शपथ लेने के साथ ही अपने इरादे जता दिए थे, उनके शुरुआती एक्शन में ही योगी की छाप दिखी थी। शपथ लेते ही उन्होंने खुले में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाना और लाउडस्पीकर पर बैन का पैâसला लिया था।

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आया वसंत