अनिल मिश्रा / कल्याण
कल्याण तहसील के ग्रामीण परिसर म्हारल गांव परिसर में प्रशासन की अनदेखी के कारण जगह-जगह काफी जल जमाव की स्थिति पैदा हो जाती है, जिसके कारण म्हारल ग्रामवासियों का चार महीने चलना-फिरना कठिन सा हो जाता है। भारी बरसात में घुटने तक पानी जमा हो जाता है, ऐसी स्थिति में बच्चों का विद्यालय जाना मुश्किल सा हो जाता है। जल जमाव को देखकर रहवासियों का आक्रोश ग्रामपंचायत, सांसद, विधायक के प्रति बढ़ता दिखाई दे रहा है।
बता दें कि बरसात के दिनों में एमआयडीसी रोड पर स्थित म्हारल ग्रामपंचायत समिति के सामने पानी जमा हो जाता है। बोडगे चाल, गणेश नगर, सेवानी नगर जैसे परिसर में जल जमाव हो जाता है। गणेश नगर की सड़क से मारलेश्वर विद्यालय, म्हारल गांव के काफी विद्यार्थी पढ़ने जाते हैं। ग्रामपंचायत म्हारल अन्य सरकारी अधिकारी केवल वेतन भोगी बनकर बैठे हैं, जिसके कारण भारी बरसात में जल जमाव से स्थानीय निवासियों की दुर्गति सी हो जाती है। पानी भर जाने के कारण सांप, बिच्छू जैसे तमाम तरह के विषैले जानवरों का भी डर सताने लगता है।
म्हारल ग्रामपंचायत ठाणे जिले में राज्य के मुख्यमंत्री के पुत्र डॉक्टर श्रीकांत शिंदे सांसद हैं तो विधायक कुमार आयलानी हैं। इसके बावजूद विकास के नाम पर परिसर के लोगों को घुटने जितने पानी में से चलने को मजबूर रहना पड़ता है। म्हारल गांव की स्थिति ऐसी है कि मुख्य मार्ग से एक बड़ा वाहन आने पर उसके बगल से रिक्शा बड़ी मुश्किल से निकल पाता है। महारल गांव के लोगों का कहना है कि भाजपा विधायक कुमार आयलानी महारल गांव के लोगों की समस्या को नजरअंदाज कर आगामी चुनाव में टिकट लेने की जुगाड़ में लगे हैं। म्हारल गांव की तरह से उल्हासनगर, कांबा, वरप के नागरिक पानी के जमाव, सड़क के खड्डे, पानी, लाइट जैसी तमाम समस्या को सुलझाने की बजाय दुर्लक्ष करने के कारण परेशान हैं।