• मुंबई में पानी सप्लाई पर संकट
रामदिनेश यादव / मुंबई
महाराष्ट्र में मानसून का जोरदार आगमन हो चुका है। मुंबई और इसके आस-पास के जिलों में विगत शनिवार से जोरदार बारिश शुरू है लेकिन आश्चर्य है कि मुंबई को पानी सप्लाई करनेवाले झील परिसरों में बारिश न के बराबर हुई है। उन झीलों में पानी का स्तर जस का तस बना हुआ है। मनपा के आंकड़ों के मुताबिक, सातों झीलों में अब मात्र ६.६७ प्रतिशत पानी ही बचा है जबकि रिजर्व कोटे में जमा पानी भी धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। ऐसे में मुंबई में पानी सप्लाई का भारी संकट जारी है।
बता दें कि पिछले चार दिनों से धीरे-धीरे बारिश हो रही है। मुंबई में शनिवार और रविवार को मानसून ने जोरदार दस्तक दी। जबरदस्त बरसात हुई। सोमवार देर रात और मंगलवार को भी कहीं-कहीं बरसात हुई। कुल मिलाकर एमएमआर क्षेत्र में जोरदार बरसात हुई। लेकिन मुंबई को पानी सप्लाई करनेवाली झीलों के आस-पास बारिश नहीं होने से झीलों में पानी का स्तर जस का तस है। मनपा के अधिकारियों की मानें तो यहां पिछले तीन से चार दिनों में मात्र २० से ३० एमएम ही बरसात हुई है। गर्मी से तपती सूखी जमीन ने ही बरसाती पानी को सोख लिया है। झीलों में अभी तक पानी का संचयन शुरू नहीं हो पाया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंगलवार शाम तक कुल झीलों में मात्र ६.५७ प्रतिशत पानी जमा हुआ था, जबकि पिछले वर्ष २७ जून तक १० प्रतिशत पानी था। वर्ष २०२१ में तो १६.२५ प्रतिशत पानी झीलों में था। जानकारों की मानें तो मुंबई के आस-पास बरसात जरूर हुई है, लेकिन झीलों के इलाके में बरसात होनी बाकी है। जब तक झीलों के पास पानी नहीं बरसता है तब तक मुंबईकरों की प्यास बुझाने के लिए पानी जमा होना मुश्किल होगा।