मुख्यपृष्ठखबरेंशिवप्रेमियों के आक्रोश की लहर कल सरकार को जूता मारो आंदोलन

शिवप्रेमियों के आक्रोश की लहर कल सरकार को जूता मारो आंदोलन

सामना संवाददाता / मुंबई
घाती-भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार और अक्षम्य गैरजिम्मेदारी के कारण मालवण के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढह गई। इसके बाद से ही प्रदेश की जनता के मन में सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश है। इसीलिए रविवार एक सितंबर को महाविकास आघाडी की ओर से सरकार को ‘जूता मारो’ आंदोलन किया जाएगा। इस आंदोलन की शुरूआत फोर्ट के हुतात्मा चौक से अभिवादन करके की जाएगी। साथ ही गेट-वे ऑफ इंडिया से छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के निकट तक दुर्घटना का निषेध करके सरकार को जूते मारे जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि पर सिंधुदुर्ग के मालवण-राजकोट में छत्रपति शिवाजी शिवराय की प्रतिमा का अनावरण आनन-फानन में घाती सरकार ने पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों कराया था।

इस दौरान मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री भी उपस्थित थे। अनावरण के आठ महीने में ही सोमवार को यह प्रतिमा ढह गई। इस घटना के बाद पूरे महाराष्ट्र में शिवप्रेमियों में राज्य सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश पैâल गया है। इसलिए महाविकास आघाडी की ओर से सरकार को ‘जूता मारो’ आंदोलन किया जाएगा। सरकार को ‘जूता मारो’ आंदोलन में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे, राकांपा (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले समेत महाविकास आघाड़ी के महत्वपूर्ण नेताओं समेत पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे।

स्थल हुतात्मा स्मारक, फोर्ट से गेट-वे ऑफ इंडिया
समय सुबह १० बजे

छत्रपति शिवराय को अभिवादन
हुतात्मा स्मारक के निकट अभिवादन करने के पास गेट-वे ऑफ इंडिया की ओर भारी संख्या में आंदोलनकारी कूच करेंगे। हाथ में सरकार के खिलाफ फलक और धिक्कार के नारे लगाते हुए आंदोलनकारी गेट-वे ऑफ इंडिया तक जाएंगे। गेट-वे ऑफ इंडिया के निकट छत्रपति शिवाजी महाराज की तेजस्वी प्रतिमा को गणमान्यों द्वारा अभिवादन किया जाएगा। इस आंदोलन में जनता को बड़ी संख्या में शामिल होने का आह्वान मविआ की ओर से किया गया है।

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