सदा तिरंगा यूं लहराए।।
दुश्मन को ये धूल चटाए।
विश्व विजेता बनता जाए।
आसमान को छूकर आए,
सदा तिरंगा यूं लहराए।।
वीरों की आन बान है ये।
मातृभूमि की शान है ये।
भारत की पहचान है ये,
बच्चों को ये बात बताए।
सदा तिरंगा यूं लहराए।।
लिए समृद्धि रंग हरा है।
केसरिया कुर्बानी भरा है।
और सफ़ेद शांति धरा है,
चक्र नीला प्रगति लाए।
सदा तिरंगा यूं लहराए।
इस झंडे की साख बड़ी है।
आजादी की बात जुडी है।
झंडे से ही कसम खड़ी है,
इस खातिर सब मर मिट जाए।
सदा तिरंगा यूं लहराए।।
बच्चों झंडा ध्येय हमारा।
ये ही तन मन धन है सारा।
प्यारा भारत देश हमारा,
विश्व विजेता बनता जाए।
सदा तिरंगा यूं लहराए।।
आजादी का दिन
पन्द्रह अगस्त का यह शुभ दिन
कभी न भूला जाएगा।
स्वर्णाक्षर में अंकित होगा
उच्च अमर पद पाएगा।
मिली नहीं आजादी गफलत से
बूढ़ी मां ने बेटा खोया है।
चीख चीख कर कहती राखी
हमने अपना भैया खोया है।
अमर तिरंगा रहे हमारा
वीरों ने इसको फहराया।
जाने कितने मिटे देश पर
आजादी का दिन यों आया।
आज शहीदों को जरा हमीं
मिलकर सभी अब याद कर लें।
अर्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन
कुछ प्रार्थना, फरियाद कर लें।
इस देश को, इंसानियत को
हम कभी बंटने ना देंगे।
वास्ता अन्न का, जल का हमें
ये शान कभी घटने न देंगे।
-प्रियंका सौरभ