सामना संवाददाता / नई दिल्ली
क्या संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वायनाड पर झूठ बोला है? कांग्रेस यही मानती है कि वायनाड भूस्खलन को लेकर केंद्र की शुरुआती चेतावनियों पर अमित शाह के बयान झूठे हैं। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने शुक्रवार को अमित शाह के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव राज्यसभा के सभापति के पास भेजा है। रमेश ने राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखकर कहा कि शाह के दावों का ‘मीडिया ने फैक्ट-चेक किया है।’
अमित शाह ने बुधवार को राज्यसभा में कहा था कि केंद्र ने २३ जुलाई को केरल सरकार को अत्यधिक बारिश और भूस्खलन की संभावना के बारे में चेतावनी दी थी। वायनाड जिले में भूस्खलन के कारण कम से कम २१० लोगों की मौत हो चुकी है और कई गांव तबाह हो गए हैं। जयराम रमेश ने नोटिस में लिखा है, ‘३१ जुलाई, २०२४ को राज्यसभा में वायनाड भूस्खलन पर ध्यानाकर्षण के अपने जवाब में, केंद्रीय गृह मंत्री ने प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों पर कई दावे किए। अमित शाह ने यह भी कहा कि केरल सरकार ने जारी अलर्ट के बावजूद उनका इस्तेमाल नहीं किया। केंद्र सरकार इस त्रासदी की सूचना देने में काफी आगे थी।’ रमेश ने कहा, ‘यह साफ है कि केंद्रीय गृह मंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई प्रारंभिक चेतावनियों पर अपने जोरदार बयानों से सदन को गुमराह किया, जो झूठे साबित हुए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘यह अच्छी तरह से स्थापित है कि किसी मंत्री या सदस्य द्वारा सदन को गुमराह करना विशेषाधिकार का उल्लंघन और सदन की अवमानना है।’