सामना संवाददाता / प्रयागराज
समाज कल्याण विकास विभाग में भर्ती घोटाला सामने आया है। खास बात यह है कि तत्कालीन अफसर एवं प्रबंधन ने फर्जी जांच रिपोर्ट लगाकर खुद को क्लीन चिट दे दी। इस मामले में वर्तमान जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. प्रज्ञा पांडेय की ओर से प्रयागराज के कर्नलगंज थाने में एफआईआर लिखाई गई है।
समाज कल्याण विकास विभाग के सहयोग से संचालित दारागंज स्थित सिलाई-बुनाई केंद्र में २०२१ में लिपिक के पद पर नियुक्ति की गई थी। असफल अभ्यर्थियों ने मंडलायुक्त से शिकायत करके भर्ती को फर्जी बताया। इसके अलावा न्यायालय में भी याचिका दाखिल की गई। मंडलायुक्त ने तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी प्रवीण कुमार सिंह को इसकी जांच की जिम्मेदारी दी थी। मंडलायुक्त ने भर्ती के साथ तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी त्रिनेत्र कुमार सिंह की भूमिका की जांच का भी निर्देश दिया था, लेकिन प्रवीण कुमार सिंह ने जांच करने में असमर्थता जताई थी। वर्तमान जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. प्रज्ञा पांडेय के अनुसार प्रवीण कुमार सिंह की ओर से मंडलायुक्त को पत्र लिखा गया था कि जिला समाज कल्याण अधिकारी का पद उनके समकक्ष है इसलिए जिला समाज कल्याण अधिकारी की जांच उनसे कराना उचित नहीं होगा।
डॉ. प्रज्ञा के अनुसार, इसके विपरीत प्रबंधन की ओर से न्यायालय में हलफनामा लगाया गया कि तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी की जांच में उन्हें क्लीन चिट दे दी गई है। चार बिंदुओं वाली जांच रिपोर्ट लगाई गई, जिसमें कहा गया है कि भर्ती नियमों के अंतर्गत हुई है। तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी की ओर से भी यही रिपोर्ट उप निदेशक को भेजी गई है।
अभ्यर्थियों ने इसकी शिकायत फिर मंडलायुक्त से की। इस पर अपर आयुक्त पुष्पराज सिंह ने वर्तमान उप निदेशक समाज कल्याण सुधीर एवं जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ.प्रज्ञा सिंह से पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई के लिए कहा। डॉ. प्रज्ञा ने बताया कि वर्तमान में जालौन में तैनात प्रवीण सिंह से उस जांच के बारे में जानकारी ली गई। उन्होंने स्पष्ट किया है कि इस तरह की कोई जांच उनकी तरफ से नहीं की गई है। उन्होंने मंडलायुक्त को अनुरोध पत्र लिखकर जांच से खुद को हटा लिया था। डॉ. प्रज्ञा का कहना है कि इससे स्पष्ट है कि प्रवीण कुमार सिंह के नाम पर फर्जी जांच रिपोर्ट तैयार की गई है। उन्होंने पूरे मामले की तहरीर कर्नलगंज थाने में दी है। साथ ही मुकदमा लिखाकर कार्रवाई के लिए कहा है।