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क्या खाएं, क्या पकाएं? खाना हुआ खराब! आटा,चावल,दाल के साथ ही अब नमक-मसाले का भी किचन में अटैक

  • इस वर्ष खुदरा महंगाई का दिखा असर

सामना संवाददाता/ मुंबई
आम आदमी की जेब पर डाका डाल रही डायन रूपी महंगाई ने एक और झटका दिया है। अब चावल, दाल, दूध, नमक, मसाले की बढ़ी कीमतों ने थाली का स्वाद भी बिगाड़ दिया है। आए दिन बढ़ती महंगाई ने खाने की थाली से अब चीजें धीरे-धीरे कम कर दी हैं। देश में खुदरा महंगाई दर फरवरी के महीने में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के तय लक्ष्य ६ फीसदी से अधिक रही थी। इस वजह से खाने की वस्तुओं की कीमतों में तेजी देखने को मिली। पिछले साल के मुकाबले इस साल देश में आम लोगों की थाली महंगी हुई हैं। चावल, आटा और दाल जैसी रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुओं की कीमतें बढ़ी हैं और बढ़े हुए भाव ने थाली को महंगा कर दिया है। ऐसे में एक आम-सामान्य लोगों के लिए क्या खाएं और क्या पकाएं? की विकट स्थिति पैदा हो रही है।
देश में बढ़ती महंगाई में हर जरूरत की चीजें महंगी हो रही हैं। कपड़े-लत्ते से लेकर घरेलू वस्तुओं तक सभी के दाम आसमान छू रहे हैं। यहां तक कि घर के राशन और स्वाद बढ़ाने वाले नमक और मसाले तक महंगे हो रहे है। गौर करें तो पिछले साल के मुकाबले इस साल देश में आम लोगों की थाली भी महंगी हुई हैं। चावल, आटा और दाल जैसी रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुओं की कीमतें बढ़ी हैं और बढ़े हुए भाव ने थाली को महंगा कर दिया है, जिससे घर की थाली से जायका गायब हो गया है। हालांकि, कुछ फूड आइटम्स की कीमतों में गिरावट भी आई है। लेकिन वह भी नाममात्र है। ऐसे में अब क्या खाएं और क्या पकाएं, जैसी समस्या पैदा हो गई है।
रिजर्व बैंक की रिपोर्ट
देश में खुदरा महंगाई दर फरवरी के महीने में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के तय लक्ष्य ६ फीसदी से अधिक रही थी। फरवरी २०२३ में खुदरा महंगाई दर ६.४४ फीसदी पर थी और खाद्य महंगाई दर ५.९५ फीसदी रही थी। वहीं,फरवरी २०२२ में खाद्य महंगाई दर ५.८५ फीसदी पर थी। इस वजह से खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों में तेजी देखने को मिली है। इतना ही नहीं इलेक्ट्रॉानिक गैजेट, घरेलू उपकरण आदि की कीमतों में भी उछाल देखा गया है। दाल, चावल, आटा, दूध महंगे हो गए तो खाद्य तेल, आलू प्याज सस्ते हो गए।
बढ़े आटे-दाल के भाव
पिछले साल यानी २० मार्च २०२२ को एक किलो चावल की कीमत ३६ रुपए थी। लेकिन ३० मार्च २०२३ को यह बढ़कर ३९ रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई है। पिछले एक साल में चावल के भाव में ९.५ फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
आटा के भाव भी पिछले साल के मुकाबले इस साल १४.४ फीसदी बढ़ा है। २० मार्च २०२२ को एक किलो आटे की कीमत ३१ रुपए थी, वहीं ३० मार्च २०२३ को आटा ३५ रुपए प्रति किलो की दर से बिक रहा था।
पिछले एक साल में अरहर की दाल की कीमतों में ११.६ फीसदी का इजाफा हुआ है। ३० मार्च २०२२ को एक किलो अरहर दाल १०३ रुपए में बिक रही थी, वही इस साल ३० मार्च को इसकी कीमत ११५ रुपए पर पहुंच गई है।
दूध की कीमतों में भी भारी उछाल देखने को मिला है। ३० मार्च २०२२ को दूध की कीमत प्रति लीटर ५१ रुपए पर थी, वहीं ३० मार्च २०२३ को दूध प्रतिलीटर १२.५ फीसदी महंगा होकर ५७ रुपए प्रतिलीटर की दर पर पहुंच गया है।

 

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