सामना संवाददाता / नई दिल्ली
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं मिडिल क्लास की समस्याओं को समझती हूं, क्योंकि मैं भी खुद मिडिल क्लास से हूं। मैं मिडिल क्लास के लोगों के लिए बड़ी घोषणाएं करना चाहती थी, लेकिन नहीं कर पाई। निर्मला सीतारमण के इस बयान से चर्चा हो रही है कि आखिर मिडिल क्लास को राहत देने में वित्त मंत्री को किसने रोका था? एक मीडिया को दिए बयान में उन्होंने कहा कि जीएसटी से पहले अलग-अलग राज्य आवश्यक वस्तुओं पर अपने-अपने कर लगाते थे, जिससे देशभर में उनकी कीमतें अलग-अलग होती थीं, लेकिन अब इस प्रक्रिया ने देशभर में आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को स्टैंडर्ड कर दिया है, जिससे आम लोगों को राहत मिली है, लेकिन उनके लिए और घोषणाएं करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि बजट २०२४ में न्यू टैक्स रिजीम के तहत इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव का प्रस्ताव रखा गया है।