- अन्य बीमारियों से पीड़ितों को भी अतिरिक्त खुराक की जरूरत
सामना संवाददाता / मुंबई
कोरोना का खात्मा अभी तक नहीं हो पाया है, रह-रहकर कोरोना सिर उठा रहा है। एक बार फिर कोरोना पैर पसारना शुरू कर दिया है। मुंबई में भी कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार को कोरोना के टीकों के लिए अपनी सिफारिशों में बदलाव करते हुए संवेदनशील ठिकानों पर बूस्टर डोज का सुझाव दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि उच्च जोखिम आबादी वाले क्षेत्र में अंतिम बूस्टर डोज के १२ महीने बाद एक और अतिरिक्त खुराक दी जानी चाहिए।
डब्ल्यूएचओ ने उच्च जोखिम वाली आबादी में वृद्धों सहित अन्य बीमारियों से प्रभावित युवाओं को इस बूस्टर डोज की सूची में शामिल किया है। ऐसे लोगों को बूस्टर डोज ६ से १२ महीने के अंतराल पर लगाने की सलाह दी गई है। जानकारों की मानें तो कोरोना को रोकने में वैक्सीन की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। भारत में वैक्सीन के चलते मरने वालों की संख्या पर नियंत्रण पाया गया। वैक्सीन का प्रभाव कुछ हद तक नकारात्मक रहा लेकिन कोरोना से बचाव में काफी फायदेमंद साबित हुआ।
बच्चों और युवाओं को रिस्क कम
डब्ल्यूएचओ ने अपने सुझाव में स्वस्थ बच्चों और किशोरों को इस बूस्टर डोज के लिए `कम प्राथमिकता’ देने के सुझाव दिया है। वैसे भी युवा वर्ग में इम्युनिटी अधिक होती है। उनमें कोरोना का प्रसार होने पर भी स्वास्थ्य पर कोई बुरा असर जल्द नहीं होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि दुनियाभर के देशों को बच्चों और युवा वर्ग को डोज देने की बजाय उनकी पहले अन्य बीमारी आदि कारकों पर विचार करना चाहिए।
विकसित देशों ने शुरू की तैयारी
बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से ये सिफारिशें तब आई हैं, जब तमाम देश वैक्सीन के बूस्टर डोज को लेकर अलग-अलग दृष्टिकोण अपना रहे हैं। यूनाइटेड किंगडम और कनाडा जैसे कुछ विकसित देश पहले से ही इस बार लोगों को कोरोना के बूस्टर डोज की पेशकश कर रहे हैं। यह बूस्टर डोज उनकी अंतिम खुराक लेने की तारीख के छह महीने बाद से दी जा सकती है।
भारत में कोरोना की स्थिति
भारत में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। एक दिन में संक्रमण के १,५७३ नए मामले आने के बाद देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर ४,४७,०७,५२५ हो गई है। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर १०,९८१ पर पहुंच गई है। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से फिर चार लोगों की मौत के बाद अब तक मृतकों की संख्या बढ़कर ५,३०,८४१ हो गई है। भारत में संक्रमण की दैनिक दर १.३० प्रतिशत और साप्ताहिक दर १.४७ प्रतिशत है। ३२ ऐसे जिले हैं, जहां मौजूदा समय में १० प्रतिशत से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट है।