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कर्नाटक सेक्स स्कैंडल में अगला नंबर किसका? … कई नेताओं के सेक्स टेप!

अटकलों का बाजार है गर्म
केई कांतेश भी कोर्ट से लाए ‘गैग’ ऑर्डर
सामना संवाददाता / बंगलुरु
कर्नाटक के सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े सेक्स स्वैंâडल ने पूरे देश में तूफान ला दिया है। रेवन्ना फिलहाल फरार हैं और विदेश से अपनी बेगुनाही के बयान जारी कर रहे हैं। अब यहां चर्चा है कि रेवन्ना के बाद अगला नंबर किस नेता के सेक्स स्वैंâडल का है? ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि यहां ऐसी चर्चाएं चल रही हैं कि कई दूसरे नेताओं के भी सेक्स टेप बने हुए हैं।
कर्नाटक के राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि अब भविष्य में कई नेताओं और उनके रिश्तेदारों से जुड़े और अधिक गंदे सेक्स टेप सामने आ सकते हैं। आरोप है कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी प्रतिशोध और एक-दूसरे से आगे निकलने के गंदे खेल में लगे हुए हैं। इसी कड़ी में कर्नाटक में भाजपा से निष्कासित केएस ईश्वरप्पा के बेटे केई कांतेश ने बंगलुरु की एक अदालत से एक अस्थायी ‘गैग’ ऑर्डर प्राप्त किया है, जो मीडिया को उनसे संबंधित किसी भी स्पष्ट चित्र या वीडियो को प्रकाशित या प्रसारित करने से रोकता है। ईश्वरप्पा शिवमोग्गा संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर ७ मई को मतदान होगा।
रिपोर्ट के अनुसार, कांतेश ने मूल मुकदमा ५० समाचार और सोशल मीडिया मंचों के खिलाफ दायर किया था। कांतेश की ओर से पेश वकील एम. विनोद कुमार ने कहा कि प्रतिवादी वादी के खिलाफ कई मामलों को इंटरनेट प्लेटफॉर्म, टीवी चैनलों और समाचार पत्रों जैसे माध्यमों पर प्रसारित और प्रकाशित कर रहे थे जो मानहानिकारक थे। प्रतिवादी कांतेश की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं और ये प्रयास ऐसे महत्वपूर्ण समय में किए जा रहे हैं जब लोकसभा चुनाव चल रहे हैं।
बता दें कि प्रज्वल रेवन्ना को लेकर उठे विवाद के तुरंत बाद एक नया फुटेज सामने आया है। इस वीडियो में कथित तौर पर पड़ोसी जिले के एक कांग्रेस विधायक की संलिप्तता है। हालांकि, इस वीडियो से अभी तक उतना हंगामा नहीं मचा, जितना कि हासन के सांसद से जुड़े कथित वीडियो ने मचाया था। चूंकि कर्नाटक के राजनीतिक हलकों में लगातार अश्लील वीडियो का प्रसार राजनेताओं को परेशान कर रहा है, इसलिए कांग्रेस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा, ‘यह कुत्ते के कुत्ते को खाने जैसी स्थिति हो गई है। जेडी(एस) के नेता न केवल प्रज्वल को फंसाने वाले कथित वीडियो के कारण बल्कि देवेगौड़ा की प्रतिष्ठा को हुए नुकसान के कारण भी क्रोधित हैं। हमारे नेताओं के खिलाफ कुछ जवाबी कार्रवाई हो सकती है।’ बढ़ते विवाद के बीच हाल ही में भाजपा छोड़नेवाले वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा के बेटे केई कांतेश ने उनके खिलाफ किसी भी अपमानजनक सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए कोर्ट से ‘गैग’ ऑर्डर प्राप्त कर लिया है। इसके तहत अब कोई भी अखबार या चैनल उनसे जुड़े ऐसे किसी मैटेरियल का प्रकाशन और प्रसारण नहीं कर सकता।
इस मामले में जेडीएस के वरिष्ठ विधायक जीटी देवगौड़ा ने टिप्पणी की, ‘वे पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा को सिर्फ इसलिए बदनाम वैâसे कर सकते हैं कि उनका पोता किसी मामले में शामिल है? उनका लंबा करियर दिखाता है कि वे कौन हैं। यह कुछ और नहीं बल्कि गंदी राजनीति है।’ सूत्रों के अनुसार, इन वीडियो ने कर्नाटक के राजनीतिक माहौल पर पहले ही असर डाल दिया है। राजनीतिक टिप्पणीकार विश्वास शेट्टी कहते हैं, ‘जब भी चुनाव होते हैं, राजनेता अपने विरोधियों को बदनाम करने के लिए सेक्स वीडियो को हथियार के रूप में इस्तेमाल करते हैं और सोशल मीडिया इसमें कारगर साबित होता है। चिंता की बात यह है कि मुख्यधारा का मीडिया पीड़ितों की पहचान छिपाता है, लेकिन सोशल मीडिया और फोटो शेयरिंग प्लेटफॉर्म पर यह सब खुलेआम हो रहा है।’

२ दशकों में हुए सेक्स स्कैंडल
पिछले दो दशकों में कर्नाटक में कई सेक्स स्कैंडल हुए हैं, जिनमें विभिन्न पार्टियों के नेता शामिल हैं। इन स्कैंडलाें के कारण इस्तीफे, जांच और कानूनी लड़ाइयां हुर्इं, जिससे राजनीतिक परिदृश्य पर नकारात्मक असर पड़ा। २०१९ में, तत्कालीन जल संसाधन मंत्री रमेश जरकीहोली ने यौन संबंधों के लिए प्रलोभन देने के आरोपों के बीच इस्तीफा दे दिया था, क्योंकि एक वीडियो सीडी में उन्हें कथित तौर पर एक पीड़िता के साथ दिखाया गया था। उसी वर्ष तत्कालीन भाजपा विधायक अरविंद लिंबावली से जुड़ा एक कथित सेक्स टेप सामने आया था, लेकिन बाद में फोरेंसिक जांच में इसे फर्जी पाया गया।

 

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