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भेष बदलकर क्यों घूम रहे हो सूरत दिखाने में शर्म आ रही है क्या? … संजय राऊत का सनसनीखेज तंज

सामना संवाददाता / मुंबई
अजीत पवार और देवेंद्र फडणवीस भेष बदलकर दिल्ली में घूमते हैं। एकनाथ शिंदे काली दाढ़ी सफेद करके घूमते रहे। इन्हें खुद की सूरत दिखाने में शर्म आ रही है क्या? इस तरह का सनसनीखेज तंज शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने कसा है। दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात करने के लिए मैंने भेष बदलकर हवाई जहाज से सफर किया। इस तरह का खुलासा राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने किया है। दिल्ली में मीडिया से बातचीत में इस पर शिवसेना सांसद संजय राऊत ने जमकर खबर ली, साथ ही भाजपा पर भी तंज कसा। उन्होंने यह सवाल भी किया कि अनिल देशमुख के आरोपों में तथ्य है और उनके पास आए समित कदम को गृहमंत्रालय ने वाय श्रेणी की सुरक्षा क्यों दी है? अनिल देशमुख ने खुलासा किया है कि उनके पास फडणवीस ने मिरज के एक बिचौलिए समित कदम को भेजा, जिसने उनसे मुलाकात की। उस बिचौलिए ने कहा कि हम आपको तीन हलफनामा दे रहे हैं, उस पर हस्ताक्षर करेंगे, आपकी गिरफ्तारी नहीं होगी। वह अनिल देशमुख से मिलता रहा। साथ ही फडणवीस उसके जरिए धमकी भी देते रहे कि हमारे कहे अनुसार, उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, शरद पवार पर आरोप करिए, अन्यथा आपको जेल जाना होगा। संजय राऊत ने कहा कि मैं उन्हें इसीलिए खलनायक कहता हूं। वे इस राज्य की राजनीति में खलनायक हैं। यह मामला गंभीर है। राजनीतिक दवाब में जो नहीं झुके वे जेल में गए और जो झुके वे भाजपा के साथ चले गए।

महाराष्ट्र में कानून और सुरक्षा व्यवस्था बिगड़ी हुई है। केवल गृह मंत्रालय का उपयोग विरोधियों को झूठे मामलों में फांसने अथवा जेल में डालने के लिए और खुद की पार्टी के गुंडों, चोर-उच्चकों को सुरक्षा देने के लिए किया जा रहा है। फडणवीस ने जिनको भी संरक्षण दिया है उन सभी पर केस हैं। सूची निकलकर देख लो। एकनाथ शिंदे गुट में कोई नेता शामिल होता है तो उसे सुरक्षा मिल जाती है।
-संजय राऊत, शिवसेना नेता व सांसद

राम-अब भाजपा के हिंदुत्व की डिक्शनरी से हुए गायब
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस मौके पर फडणवीस ने मोदी को भगवान शंकर की एक मूर्ति भेंट की। इस पर सांसद संजय राऊत ने भाजपा की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी जरूरतों के हिसाब से भगवान का इस्तेमाल करती है।राम अब भाजपा के हिंदुत्व की डिक्शनरी से छांट दिए गए हैं। अब राम उनके नहीं है, लेकिन भगवान राम जनता के हैं और हमारे हैं।

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