सामना संवाददाता / पटना
बिहार के तिरहुत विधान परिषद उपचुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी को फिर से चिराग मॉडल से खेल खराब होने का डर सताने लगा है। दरअसल, जेडीयू के गढ़ माने-जानेवाले तिरहुत के विधान परिषद उपचुनाव में चिराग पासवान के करीबी राकेश रोशन बागी होकर मैदान में उतर गए हैं।
रोशन के मैदान में उतरने से जेडीयू को यहां अपना खेल खराब होने का डर सता रहा है। हालांकि, जेडीयू की तरफ से अभी तक रोशन की उम्मीदवारी को लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा रहा है। तिरहुत के उपचुनाव में इस बार ४ उम्मीदवार मैदान में उतर गए हैं। जनता दल यूनाइटेड ने यहां से प्रवक्ता अभिषेक झा को प्रत्याशी बनाया है। २०२० के बिहार विधानसभा चुनाव और २०२४ के रूपौली उपचुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू चिराग मॉडल से झटका खा चुकी है। २०२४ के रूपौली में चिराग पार्टी के बागी शंकर सिंह ने जेडीयू के कलाधर मंडल को बुरी तरह हरा दिया। २०२० में इस सीट पर जेडीयू ने जीत हासिल की थी। २०२० के विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान की पार्टी ने एनडीए से नाता तोड़कर बिहार की १४० सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए। पूरे चुनाव में चिराग की पार्टी को जीत तो सिर्फ १ सीट पर मिली, लेकिन उसने जेडीयू का करीब ४५ सीटों पर खेल खराब कर दिया।