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संघर्ष करेंगे! भाजपा के साथ नहीं जाएंगे, शरद पवार का दृढ़ निश्चय

सामना संवाददाता / मुंबई
अजीत पवार गुट के नेताओं और मंत्रियों ने कल राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। पवार के सामने नतमस्तक होते हुए उन्होंने उनसे माफी भी मांगी। साहेब, आप भी हमारे साथ आइए, हम राष्ट्रवादी कांग्रेस को एकसाथ रखेंगे, ऐसी शर्त उन्होंने रखी। हालांकि शरद पवार ने अजीत दादा गुट के इस सुलह प्रस्ताव को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। भाजपा के साथ कदापि नहीं जाऊंगा, संघर्ष करूंगा! ऐसा दृढ़ भूमिका उन्होंने अपनाई है।
शरद पवार कल नियमित कार्य के लिए मंत्रालय के पास स्थित यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान आए थे। उनके साथ राकांपा की कार्यकारी अध्यक्ष व सांसद सुप्रिया सुले भी थीं। कुछ देर बाद अजीत पवार और उनके गुट के नेताओं का काफिला अचानक वहां पहुंच गया। उन्हें देखकर प्रतिष्ठान में मौजूद सभी लोगों की भौंहें तन गर्इं। अजीत पवार के साथ सांसद प्रपुâल्ल पटेल, सुनील तटकरे, मंत्री धनंजय मुंडे, छगन भुजबल और अन्य लोग थे। राकांपा से अलग होने के बाद वे पहली बार शरद पवार से मिलने पहुंचे थे। इससे राजनीतिक गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया था।
शरद पवार से मुलाकात के बाद प्रपुâल्ल पटेल ने प्रतिष्ठान के बाहर मीडिया से बातचीत की। `हम आज हमारे भगवान शरद पवार का आशीर्वाद लेने आए। मैं शरद पवार से बिना समय मांगे मौका मिलते ही आ गया। उनके चरण को पकड़कर आशीर्वाद मांगा। पटेल ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी वैâसे एकजुट रहेगी, इसलिए उन्होंने उनसे मार्गदर्शन करने और साथ मिलकर काम करने का भी अनुरोध किया।’ मीडिया ने जब पूछा कि इस पर शरद पवार ने किस तरह की प्रतिक्रिया दी, तो पटेल ने स्पष्ट किया कि शरद पवार ने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी। अजीत पवार और अन्य नेताओं के यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान से जाने के बाद सुप्रिया सुले ने तुरंत राकांपा प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील और विधायक जितेंद्र आव्हाड को फोन कर बुला लिया। दोनों ही महाविकास आघाड़ी की बैठक छोड़कर चव्हाण प्रतिष्ठान पहुंचे। शरद पवार, सुप्रिया सुले, जीतेंद्र आव्हाड, जयंत पाटील की बाद में बैठक हुई। उस बैठक के बाद जयंत पाटील ने मीडिया से भी बातचीत की। ‘अगर वे वापस आएंगे तो मुझे खुशी होगी’
मीडिया से बातचीत करते हुए जयंत पाटील ने कहा कि राकांपा छोड़ने वालों ने शरद पवार से मुलाकात कर माफी मांगी है। राकांपा छोड़कर जानेवाले वापस आए तो उन्हें पार्टी में शामिल करेंगे क्या? इस सवाल का जवाब देते हुए जयंत पाटील ने कहा कि अगर वे वापस आते हैं, तो पार्टी अध्यक्ष के रूप में मुझे खुशी होगी। शरद पवार ने अजीत पवार गुट की मुलाकात को लेकर प्रतिष्ठान के बाहर किसी तरह की कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है। उस कार्यक्रम में उन्होंने अपनी भूमिका स्पष्ट की। `यह प्रगतिशील विचारों का महाराष्ट्र है। हमें प्रगतिशील भूमिका लेकर ही आगे बढ़ना है।’ मुझे भाजपा के साथ कदापि नहीं जाना है, हमें संघर्ष करना है,’ ऐसा उन्होंने कहा।

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