- मुसलमानों पर जताई चिंता
- पहले भी धमका चुका है आतंकी संगठन
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
कुख्यात आतंकी संगठन अलकायदा ने माफिया डॉन और बाहूबली अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या को लेकर भारत को धमकी दी है। इतना ही नहीं, अल-कायदा ने अतीक अहमद को शहीद भी करार दिया है। ईद के मौके पर अलकायदा ने धमकी देते हुए कहा है कि हम भारत से अतीक और अशरफ अहमद की मौत का बदला लेकर रहेंगे। अल-कायदा ने सात पन्ने की एक मैगजीन जारी कर कहा कि वह इस ‘नरसंहार’ का बदला लेगा। अपने ईद संदेश में अलकायदा ने बिहार हिंसा का भी जिक्र किया है। अलकायदा ने कहा है कि पूरे हिंदुस्थान में, खासकर बिहार और कश्मीर में मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है।
अलकायदा ने हिंदुस्थान, पाकिस्तान और बांग्लादेश में मुसलमानों की स्थिति पर चिंता जताते हुए आरोप लगाया है कि बांग्लादेश में ‘हिंदू प्रभाव’ स्थापित करने की कोशिश की जा रही है। भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा के प्रमुख उस्मा महमूद ने कहा है कि हम अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने में सक्षम हैं।
अतीक के समर्थन में लगे नारे
पटना में शुक्रवार को अतीक के समर्थन में प्रदर्शन किया गया। पटना रेलवे जंक्शन के पास स्थित जामा मस्जिद के बाहर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अतीक और अशरफ के पक्ष में जमकर नारे लगाए। ईद को ध्यान में रखते हुए पटना में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
सर्विलांस पर थे ५ हजार नंबर
२४ फरवरी को उमेश पाल की हत्या के बाद एसटीएफ ने असद, गुलाम, अरमान और साबिर व शाइस्ता को ढूंढ़ने के लिए पांच हजार से अधिक मोबाइल नंबर सर्विलांस पर ले रखे थे। इससे एसटीएफ को कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी मिली थीं। १५ अप्रैल को प्रयागराज में रिमांड अवधि में माफिया अतीक व अशरफ की सरेआम हत्या कर दी गई। इस घटना से पूरा प्रयागराज और अंडरवर्ल्ड दहल गया था।
तीन दिन में एक-एक कर बंद हुए फोन
एसटीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि अतीक व अशरफ की हत्या के बाद तीन दिन में एक-एक कर करीब तीन हजार मोबाइल नंबर स्विच ऑफ हो गए। यही नहीं, इनमें से ज्यादातर लोग अपने घरों से भी चले गए। किसी ने दूर अपने दोस्तों के यहां शरण ले ली तो कोई घूमने की बात पड़ोसियों से कहकर चला गया। एसटीएफ का कहना है कि अचानक नंबरों के बंद होने से कई लोग रडार पर थे, जिनके बारे में सब कुछ जानते हुए भी उन पर हाथ नहीं डाला जा रहा था। ऐसा इसलिए किया जा रहा था कि शायद इनके संपर्क में कोई आरोपित आ जाये तो उस तक पहुंचा जा सके।
२२ जिलों में मोबाइल हुए स्विच ऑफ
एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस ने लखनऊ, प्रयागराज, दिल्ली, बाराबंकी, कानपुर, गाजियाबाद, नोएडा, अजमेर, शाहजहांपुर, झांसी, हरदोई, बरेली, सहारनपुर, पटना, रांची, रायपुर समेत २२ जिलों के ये नंबर स्विच ऑफ हुए हैं। इनमें कुछ मोबाइल नंबर कुछ दूसरे माफिया गिरोहों से जुड़े लोगों के भी थे। हालांकि अतीक-अशरफ की हत्या के बाद एसटीएफ ने कुछ और नंबरों को सर्विलांस पर लिया है।
अचानक बंद हो गए ३ हजार फोन
प्रयागराज में अतीक-अशरफ की हत्या के बाद सर्विलांस पर लिए गए तीन हजार मोबाइल फोन अचानक बंद हो गए। उमेश पाल की हत्या के मामले में फरार शूटरों और मददगारों की तलाश के लिए इन नंबरों को सर्विलांस पर लेकर पुलिस सुराग जुटा रही थी। अतीक-अशरफ की हत्या के बाद दूर दराज के रिश्तेदार व संपर्क में रहनेवाले अब दहशत में आ गए हैं। एक साथ इतने सारे मोबाइल नंबर ऑफ हो जाने से जांच भी प्रभावित हो रही है। हालांकि, कॉल डिटेल के आधार पर एसटीएफ ने अब मुखबिरों की मदद फिर से लेना शुरू कर दिया है।