सामना संवाददाता / मुंबई
नालासोपारा-पश्चिम स्थित नीले गांव तालाब के पास गांवदेवी मंदिर के सामने आयोजित नवरात्र उत्सव में श्रद्धालुओं की भावना है कि यहां देवी मां को ओटी चढ़ाने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। नीले गांव ग्रामस्थ मंडल के सदस्य हंसराज पाटील कहते हैं कि पिछले 48 वर्षों से यहां पर मां का नवरात्र उत्सव मनाया जाता है। यहां मां के नौ रूपों में उसकी पूजा होती है। पहले दिन मां शैलपुत्री के रूप में, दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन चंद्रघंटा, चौथे दिन कूष्माण्डा, पांचवें दिन स्कंदमाता, छठवें दिन कात्यायनी, सातवें दिन कालरात्रि, आठवें दिन महागौरी तथा नौवें दिन मां सिद्धिदात्री के रूप में पूजी जाती हैं। मंडल की महिला सदस्यों द्वारा मां का श्रृंगार किया जाता है। नवरात्र उत्सव आयोजन के साथ-साथ यह मंडल विविध सामाजिक कार्यों का भी आयोजन करता है। नौ दिन के नवरात्र उत्सव में रक्तदान शिविर, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता, बाल विकास प्रतियोगिता जैसे अनेक कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों में भाईचारा, एकजुटता का संदेश दिया जाता है।