कुछ दिनों पहले घाटकोपर में बड़ी त्रासदी हुई, १६ लोगों की जानें गईं और भाजपा ने बड़ी रैली निकाली, ये बेहद शर्मनाक है!
उत्तर-मध्य मुंबई में भाजपा को महाविकास आघाड़ी की प्रत्याशी वर्षा गायकवाड़ से कड़ी टक्कर मिल रही है। राजनीतिक परिवार से जुड़ी वर्षा गायकवाड़ खुद चार बार विधायक और राज्य में वरिष्ठ मंत्री रह चुकी हैं। उनके सामने भाजपा ने वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम को उतारा है, लेकिन राजनीतिक पकड़ कमजोर होने के नाते और भाजपा में गुटबाजी के चलते उज्ज्वल निकम को झटका लग सकता है तो वहीं दूसरी ओर वर्षा गायकवाड़ प्रचार में जोर-शोर से जुटी हुई हैं। पहली बार महाविकास आघाड़ी के नेतृत्व में कांग्रेस की ओर से वर्षा गायकवाड़ लोकसभा चुनाव के मैदान में हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि विचारों की इस लड़ाई में शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के एक साथ आने से उनकी जीत सुनिश्चित है। इस दौरान उन्होंने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मेरे लिए सबसे बड़ी बात यह है कि उन्होंने मुझे छोटी बहन कहा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर मैं पहली बार कांग्रेस को वोट करनेवाला हूं तो वह वर्षा के लिए करूंगा। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है। जब कभी इतिहास बनेगा, उसमें लिखा जाएगा कि शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस की वर्षा गायकवाड़ को वोट दिया। पेश है, वर्षा गायकवाड़ से `दोपहर का सामना’ के संवाददाता रामदिनेश यादव की हुई बातचीत के प्रमुख अंश:
क्षेत्र में प्रचार और चुनावी तैयारियां कैसी चल रही हैं?
जमीनी स्तर पर उतरकर काम कर रही हूं। लोगों से जगह-जगह जाकर मिलना, गार्डन, बाजार, कार्यक्रम आदि जगहों पर जाकर लोगों से मिल रही हूं। तीन दलों से मुझे अच्छा फायदा हो रहा है। लोग जुड़ रहे हैं। कई लोग बुलाते हैं, तो व्यक्तिगत रूप से लोगों से मिलकर भी काफी फायदा हो रहा है। महाविकास आघाड़ी के सभी दलों के कार्यकर्ताओं की तरफ से पूरा सपोर्ट मिल रहा है। क्योंकि मैं राजनीतिक पृष्ठभूमि से रही हूं। मेरे पिताजी भी दो बार सांसद रहे और मैं खुद भी मंत्री रही हूं तो मुझे इसका फायदा हो रहा है। इस क्षेत्र में और लोग भी मुझे जान रहे हैं, समझ रहे हैं और सीधे कनेक्ट हो रहे हैं। प्रचार का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। यह सीट पहले से कांग्रेसियों की रही है। अब जब यहां तीनों दल एक-साथ आए हैं तो जीत का विश्वास भी कई गुना बना हुआ है।
शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे के मार्गदर्शन में चुनाव लड़ना कैसा लग रहा है?
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के साथ मेरा बहुत ही अच्छा रिश्ता है। खास करके जब शिवसेना के नेतृत्व में कांग्रेस और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) की महाविकास आघाड़ी सरकार बनी और शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने। उस समय हमने उनके साथ काम किया। वह बहुत ही सरल, स्वभाव के हैं। वे मंत्रिमंडल में सभी लोगों का बराबर ख्याल रखते और बराबर मार्गदर्शन करते रहे। सहयोग करते रहे हैं। राजनीतिक क्षेत्र में भी मैंने बहुत काम किया है। मुंबई कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष रही हूं। कई बार मंत्री रही हूं। शिवसेना नेता व युवासेनाप्रमुख और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे काफी बड़े होने के बाद भी सरल तरीके से व्यवहार करते हैं। टीमवर्क की तरह काम करते हैं। उनकी शैली सौम्य है।
भाजपा ने आपके सामने वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम को उतारा, कैसे देखती हैं?
उज्ज्वल निकम की बात करूं तो वह मेरे लिए वैंâडिडेट नहीं हैं। देश में आतंकी हमले की हम सभी निंदा करते हैं। मुंबई में जब २६/११ का आतंकी हमला हुआ, उस समय हमारी सरकार थी और हमने आतंकियों को सूली तक पहुंचाने का फैसला किया था। खैर, वह अलग बात है, लेकिन यहां लड़ाई विचारों की है। भाजपा के विचार और हमारे विचार अलग हैं। वे जाति-धर्म की राजनीति करना चाहते हैं। वह मनुवाद को मानते हैं, हिटलरशाही को मानते तानाशाही को बढ़ावा देते हैं, लेकिन हम बाबासाहेब आंबेडकर को मानते हैं। उनके संविधान को मानते हैं। सर्वधर्म समभाव को मानते हैं।
पीएम के घाटकोपर रैली की निंदा हो रही है, एक तरफ लोग रो रहे थे, वहीं दूसरी ओर भाजपा का डीजे बज रहा था?
प्रधानमंत्री को अब अपनी हार दिखने लगी है। यही वजह है कि वे बौखलाए हुए हैं। रोज नए-नए और अलग-अलग बयान दे रहे हैं। अभी कुछ दिनों पहले उन्होंने कहा था कि मैंने कब मुसलमानों के बारे में गलत कहा, कभी वह कुछ बयान दे रहे हैं तो कभी कुछ, जबकि जरूरी मुद्दों पर बात ही नहीं कर रहे हैं।
कुछ दिनों पहले घाटकोपर में बड़ी त्रासदी हो गई। वहां बोर्ड गिरने से १६ लोगों की मौत हो गई, उसके दूसरे दिन वहां से भाजपा की बड़ी रैली जा रही है। भला ये लोग कैसे नाच सकते हैं? शर्म आने की बात है। मैं खुद समझ नहीं पाई कि हमारे पीएम इतने असंवेदनशील कैसे हो सकते हैं। उस घटना में किसी का बेटा, किसी का पति, किसी की मां गुजर गई, लेकिन हमारे पीएम को अपनी रैली और अपने वोट की पड़ी है।
महंगाई, बेरोजगारी जैसे आम जनता के मुद्दों पर सरकार फेल रही है?
आज भाजपा के पास आम जनता के मुद्दों पर कोई जवाब नहीं है। महंगाई चरम पर है, बेरोजगारी ४० सालों के सबसे ज्यादा रिकॉर्ड पर है। नोटबंदी के समय जो लोग मर गए, उसके लिए उनके पास कोई जवाब नहीं है। किसान आत्महत्या पर कोई जवाब नहीं, कोरोना काल में लोग त्रस्त हो गए। उस पर भी कोई जवाब नहीं है। मंगलसूत्र के बारे में उन्होंने कहा तो लोगों ने सवाल पूछने शुरू कर दिए इसका जवाब भी पीएम मोदी के पास नहीं है।
मुंबई को लूटने के अलावा भाजपा ने क्या किया?
मोदी सिर्फ दूसरों की सफलता का यश लेते हैं, कभी भी अपनी नाकामी की जिम्मेदारी नहीं लेते। मैं बता दूं कि मोदीजी प्रधानमंत्री पद सिर्फ यश लेने का साधन नहीं है, ये जनता की सेवा का सर्वोच्च पद है। प्रधानमंत्री पूरे देश के अभिभावक के रूप में होता है, लेकिन मौजूदा पीएम देश मे पक्षपात कर रहे हैं। कोरोनाकाल में केंद्र की भाजपा सरकार ने अचानक लॉकडाउन लगा दिया और जनता को बेसहारा छोड़ दिया। उस कठिन समय में शिवसेना नेतृत्व की महाविकास आघाड़ी सरकार इस समुदाय की मदद के लिए सबसे पहले आगे आई। कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे, इसके लिए घर-घर खाद्यान्न एवं आवश्यक सामग्री पहुंचाई गई। प्रवासियों को उनके गांव भेजने के लिए सभी सुविधाएं प्रदान की गर्इं। यहां के लोगों को स्वास्थ्य सेवा युद्धस्तर पर दी गई। ये तो महाराष्ट्र से उद्योग-धंधे भी लूटकर ले जा रहे हैं।
मराठा समाज का बिना शर्त मिला समर्थन!
उत्तर मध्य मुंबई निर्वाचन क्षेत्र में सकल मराठा समुदाय ने ‘इंडिया’ गठबंधन की उम्मीदवार प्रो. वर्षा गायकवाड़ को बिनाशर्त समर्थन दिया है। कुर्ला पश्चिम के श्री कच्छीविसा हॉल में सकल मराठा समाज द्वारा एक सार्वजनिक बैठक का आयोजन किया गया। वर्षा गायकवाड़ ने आश्वासन दिया कि वह संसद में मराठा समुदाय के आरक्षण के मुद्दे को प्रभावी ढंग से उठाकर मराठा समुदाय को न्याय अवश्य दिलाएंगी। इस सभा में डॉ. महेश पेडणेकर, कमलाकर नाईक, दिलीप सराटे मास्टर, नंदकुमार जाधव, गणेश चिकणे, कमलाकर बने, विजय मांढरे, दिलीप शिंदे, संदीप जाधव, मानसिंग कापसे, दिलीप मोरे, बाबुराव मोरे, शशांक नाईक, प्रकाश कांडरकर आदि उपस्थित थे। मराठा आरक्षण के लिए लाखों लोगों ने मार्च किया, कई मराठा युवाओं ने आत्महत्या कर ली, मनोज जरांगे पाटील भूख हड़ताल पर बैठे, लेकिन असंवेदनशील `ईडी’ सरकार टस से मस नहीं हुई। सभी वक्ताओं ने आशा व्यक्त की कि वर्षा गायकवाड़ मराठा समुदाय के लिए आरक्षण का मुद्दा संसद में प्रभावी ढंग से उठाएंगी और मराठा समुदाय को न्याय दिलाएगी। सकल मराठा समाज ने उत्तर मध्य मुंबई निर्वाचन क्षेत्र में लोगों से संपर्क किया और वर्षा गायकवाड को भारी मतों से जिताने की अपील की। उत्तर मध्य मुंबई लोकसभा क्षेत्र से ‘इंडिया’ गठबंधन की उम्मीदवार प्रो. वर्षा गायकवाड ने बांद्रा पूर्व स्थित हाईवे विभाग से चैतन्य नगर और शांतिनगर सहार गांव से बांद्रा पूर्व के विलेपार्ले पुलिस स्टेशन तक एक सार्वजनिक पदयात्रा का आयोजन किया। इस जनसंवाद यात्रा में लोगों ने बड़े उत्साह के साथ बढ़-चढ़कर भाग लिया।