सामना संवाददाता / मुंबई
शिंदे गुट के विधायक महेंद्र दलवी ने अलीबाग निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं को रामभरोसे छोड़ दिया है। शिंदे गुट के कुछ लोगों ने इस इलाके के कई लोगों की जमीनें और घरों को बेच दिए हैं। नौकरियों की कमी के कारण युवा भी बेरोजगार हैं। ये सब हाल ही में हुई महिला बचत गट की बैठक में नजर आया। सिर्फ चुनाव के लिए मतदाताओं को बहकाने वाली महायुति को सबक सिखाने की एकतरफा आवाज इस महिला सभा में गूंजी।
रायगड जिला महिला बचत गट महासंघ द्वारा सालाव स्थित `शिवबाची’ के अंतर्गत एक भव्य महिला संवाद बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष की पूर्व जिला परिषद सदस्य राजश्री मिसाल ने कहा कि युवाओं ने नौकरी पाने के लिए विधायकों को अपना बायोडाटा सौंपा, लेकिन उन्होंने वो बायोडाटा नहीं खोला। इसलिए यहां के कई युवा बेरोजगार हैं। इस इलाके में कई लोगों ने अपनी जमीनें खो दी हैं। किसान अपने न्याय व अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन यह दुखद है कि उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है, इसलिए उन्होंने महायुति को सबक सिखाने की अपील की। इस अवसर पर शेकाप की रायगड जिला महिला नेता चित्रलेखा पाटील, जिला महिला बचत गट महासंघ की उपाध्यक्ष वृषाली तोसर, सरपंच रश्मि पाटील, साम्या कोर्डे, नीता गिदी, सोनाली मोरे, प्रियंका चुनेकर, भारती बंडारी, सोनाली कासार, प्रीति नलावड़े उपस्थित थीं।
उचित अधिकारों की लड़ाई
महिला सुरक्षा का मुद्दा गंभीर है। छोटी उम्र से ही महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। राजश्री मिसाल ने रोष जताया कि शिंदे सरकार दोषियों पर कार्रवाई नहीं कर रही है। अपने न्यायोचित अधिकारों की यह लड़ाई मतदान के माध्यम से लड़नी है। अब बदला लेने का समय आ गया है और उन्होंने विधायकों से वोटिंग के जरिए सबक सिखाने की अपील की।