महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप २०२३ की शुरुआत हो चुकी है। यह तीसरी बार है जब हिंदुस्थान विश्व प्रतियोगिता की मेजबानी कर रहा है। यह अब तक की सबसे बड़ी प्रतियोगिता भी है, जिसमें ७४ देशों की ३५० से अधिक महिला मुक्केबाज हिस्सा ले रही हैं। पहले दिन के मुकाबले में हिंदुस्थानी बेटियों के मुक्का का दम देखने को मिला। विश्व चैंपियन होने के बावजूद निकहत जरीन को अपने ही घर में हो रही विश्व चैंपियनशिप में अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग महासंघ ने कोई वरीयता नहीं दी। उन्हें पहले दौर में बाई भी नहीं मिली, लेकिन बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों की इस विजेता पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। अपने नए ५० भार वर्ग में खेल रहीं निकहत ने अजरबेजान की अनाखानिस इस्माइलोवा के खिलाफ इतने जबरदस्त मुक्के बरसाए कि रेफरी को दूसरे दौर में मुकाबला रोक देना पड़ा। केडी जाधव इंडोर स्टेडियम में हो रही चैंपियनशिप के पहले दिन हिंदुस्थानी बेटियों के मुक्के का दम दिखा। निकहत के अलावा ५२, ५४ और प्लस ८१ भार वर्ग में हरियाणा की साक्षी, प्रीति और नुपूर ने आसानी के साथ अपने पहले मुकाबले में जीत हासिल की। साक्षी के सामने कोलंबिया की मार्टिनेज हेनाओ मारिया जोस थीं, लेकिन हरियाणा की इस मुक्केबाज ने कोलंबियाई विरोधी के सामने बेहद चपलता से खेलते हुए अंक अर्जित किए। उन्होंने यह बाउट ५-० के अंतर से जीतीं। वहीं एशियाई खेलों में देश को पहला स्वर्ण पदक दिलाने वाले हवा सिंह की पोती नुपूर ने गुयाना की एबियोला जैकमैन को एक तरफा मुकाबले में ५-० से पराजित किया। ५४ भार वर्ग में प्रीति ने हंगरी की लकोतर हाना को आसानी से पराजित किया। प्रीति के मुुक्कों का हाना के पास कोई जवाब नहीं था।