सामना संवाददाता / मुंबई
देश में सत्ताधारियों द्वारा लगातार सत्ता का दुरुपयोग किया जा रहा है। लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी विपक्षी दलों को मिलकर काम करने की जरूरत है, ऐसा आह्वान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने गुरुवार को किया। अभी साथ काम करना ज्यादा जरूरी है, विपक्ष का चेहरा बाद में तय किया जा सकता है। इस तरह उन्होंने स्पष्ट भी किया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ‘सिल्वर ओक’ आवास पर शरद पवार से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की। वे उस अवसर पर बोल रहे थे। एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील को ईडी का नोटिस मिलने के बारे में शरद पवार से मीडिया ने पूछा। जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि जयंत पाटील की तरह और भी लोगों को ईडी का नोटिस मिला है। हम और नोटिस आने का इंतजार कर रहे हैं। सत्ता का दुरुपयोग इसका एक अच्छा उदाहरण है। हम इसके खिलाफ लड़ेंगे।
शरद पवार ने सुप्रीम कोर्ट के पैâसले को लेकर मीडिया के सवालों का भी जवाब दिया। विधायकों की अयोग्यता के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा एक संवैधानिक संस्था है, जो लोग उस संस्थान के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें इसकी पवित्रता बनाए रखने का भी ध्यान रखना चाहिए। विधायकों की अयोग्यता का पैâसला सुप्रीम कोर्ट ने विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा है। अब उम्मीद करते हैं कि विधिमंडल की गरिमा को बनाए रखते हुए पैâसला लेंगे।
नैतिकता और भाजपा का क्या संबंध
कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ गठबंधन में नैतिकता कहां थी, इस तरह की आलोचना करते हुए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जिनके नाम से चुनकर आते हैं, उस पार्टी के आदेश का पालन करना महत्वपूर्ण होता है। निर्वाचित होनेवाली पार्टी का आदेश महत्वपूर्ण होता है। कुछ पैâसले होने बाकी हैं। इसके कारण नैतिकता और भाजपा के बीच कोई संबंध है, ऐसा लगता नहीं। इस तरह की आलोचना शरद पवार ने की।
लापरवाही से राज्यपाल को नियुक्त किया गया
सुप्रीम कोर्ट द्वारा तत्कालीन राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर लगाए गए आरोपों पर इस मौके पर शरद पवार ने भी टिप्पणी की। राज्यपाल का चुनाव वैâसे किया जाता है? यह इसका सटीक उदाहरण है। उन्होंने आगे कहा कि स्थानीय और अन्य राष्ट्रीय जनमत जनप्रतिनिधियों या संस्था को वैâसे परेशान किया जा सकता है, यह देखते हुए राज्यपालों की नियुक्ति के कारण ऐसा हो रहा है।
आघाड़ी जोर-शोर से काम करेगी
उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बारे में सुप्रीम कोर्ट द्वारा जिक्र किए जाने पर भी पत्रकारों ने सवाल किए। इस पर शरद पवार ने कहा, हमने अपनी किताब में इसका जिक्र किया है। पवार ने यह भी कहा कि हम शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के साथ जोर-शोर से काम करना शुरू करेंगे।