मुख्यपृष्ठधर्म विशेषकालसर्प योग की पूजा कराएं, अनुकूल जीवनसंगिनी पाएं!

कालसर्प योग की पूजा कराएं, अनुकूल जीवनसंगिनी पाएं!

काशी के सुप्रसिद्ध ज्योतिर्विद
 डॉ. बालकृष्ण मिश्र

गुरुजी, मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता, बार-बार बीमार हो जाता हूं, उपाय बताएं? – यथार्थ सुशील मिश्रा
(जन्म- ७ दिसंबर २०१३, समय- रात्रि २:५३, स्थान- मुंबई)
यथार्थ जी, आपका जन्म शनिवार के दिन श्रवण नक्षत्र के द्वितीय चरण में हुआ है। आपकी राशि मकर बन रही है। सबसे पहले तो आपको यह जान लेना चाहिए कि मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है और आपके स्वास्थ्य के बारे में अगर विचार करें तो कन्या लग्न में आपका जन्म हुआ है और लग्न में ही मंगल बैठ करके आपकी कुंडली को मांगलिक बनाया हुआ है और शनि आपकी कुंडली में छठे भाव का स्वामी है। छठे भाव से ही रोग का विचार किया जाता है। अगर आपकी कुंडली में हम देखें तो छठे भाव का स्वामी होकर शनि आपकी कुंडली में द्वितीय भाव पर बैठा है और ज्योतिष कहता है कि आपकी कुंडली में द्वितीय भाव पर शनि ग्रह के साथ राहु और अष्टम भाव पर केतु बैठा हुआ है। आपकी कुंडली में कुलिक नामक कालसर्प योग भी बना हुआ है। इस योग की वैदिक विधि से पूजा आप कराएं तो धीरे-धीरे आपका स्वास्थ ठीक हो जाएगा। आपकी मां को प्रदोष व्रत रखने के साथ ही पीपल के पेड़ की परिक्रमा भी करनी चाहिए, जिससे आपका स्वास्थ्य ठीक हो जाएगा। स्वास्थ्य ठीक रहेगा तो आपकी शिक्षा भी अच्छी हो जाएगी।

गुरु जी, मैं बेहद परेशान हूं। अभी तक मेरी शादी भी नहीं हुई है और मैं व्यापार करना चाहता हूं, क्या करूं?
– राहुल सिंह
(जन्म- २० दिसंबर १९८३, समय- ८:१५ स्थान- प्रतापगढ़, उ.प्र.)
राहुल जी, मंगलवार के दिन आपका जन्म हुआ है और आपकी राशि मिथुन बन रही है। लग्न के आधार पर अगर मैं बात करूं तो धनु लग्न में आपका जन्म हुआ है। धनु लग्न का स्वामी बृहस्पति आपकी कुंडली में बारहवें स्थान पर बैठा है और लग्न भाव का स्वामी यदि १२वें स्थान पर बैठता है तो जीवनसाथी का चयन और करियर बनाने में भी परेशानी आती है। आपकी कुंडली में शेषनाग नामक कालसर्प योग है। इस कालसर्प योग की पूजा कराएंगे तो आपको अनुकूल जीवनसंगिनी भी प्राप्त हो जाएगी और व्यापार में भी आप सफल हो जाएंगे। विवाह के बाद ही आपका व्यापार भी अच्छा होगा। जीवन की अन्य गहराइयों को जानने के लिए आपको संपूर्ण जीवन दर्पण भी बनवाना चाहिए।
गुरु जी, क्या मैं राजनीति में सफलता प्राप्त कर सकता हूं? – संतोष त्रिवेदी
(जन्म- १० सितंबर १९७०, समय- प्रात: ७:१५ स्थान- मुंबई)
संतोष जी, आपका जन्म गुरुवार के दिन हुआ है। मूल नक्षत्र के तृतीय चरण में आपकी राशि धनु बन रही है। आपने राजनीति में सफलता की बात कही है। कन्या लग्न में आपका जन्म हुआ है और कन्या लग्न का स्वामी आपकी कुंडली में बारहवें भाव में बैठा है और अष्टम भाव का स्वामी मंगल भी आपकी कुंडली में बारहवें भाव पर बैठ करके छठे भाव को देख रहा है आप तो राजनीति करते ही हो लेकिन सफल नहीं हो पा रहे हो क्योंकि आपकी कुंडली में शेषनाग नामक कालसर्प योग बना हुआ है। इस कारण आप प्रयास बहुत करते हैं लेकिन आपके सहकर्मी आपके साथ धोखा करते हैं। आपको शेषनाग कालसर्प योग की पूजा करनी चाहिए और राजनीति में सफलता के लिए आपको विशेष उपाय करना चाहिए। अपने जीवन की गहराई को जानने के लिए आपको संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाना चाहिए।

गुरु जी, मेरा विवाह कब होगा?
– विक्रम यादव
(जन्म- २१ जनवरी १९८६, समय- रात्रि ११:३४ स्थान- राजस्थान)

विक्रम जी, आपका जन्म रोहिणी नक्षत्र के तृतीय चरण में हुआ है और आपकी राशि वृषभ बन रही है। कन्या लग्न में आपका जन्म हुआ है और चंद्रमा ग्रह आपकी कुंडली में उच्च राशि का है। आपकी कुंडली मांगलिक नहीं है लेकिन द्वितीय भाव पर मंगल ग्रह बैठकर केतु ग्रह तथा अष्टम भाव पर राहु बैठकर आपकी कुंडली में कुलिक नामक कालसर्प योग बनाया है। कुलिक नामक कालसर्प योग की आप पूजा कराएं। यदि महादशा के आधार पर हम देखें तो गुरु की महादशा चल रही है। गुरु की महादशा में शुक्र का अंतर चल रहा है। २०२४ तक आपकी शादी हो जाएगी। जीवन की संपूर्ण जानकारी के लिए आपको संपूर्ण जीवन दर्पण भी बनवाना चाहिए।

गुरु जी, मेरी राशि क्या है और समय वैâसा चल रहा है, बताएं? – गुरु प्रसाद यादव
(जन्म- ८ सितंबर १९७२, समय- १०:२५, स्थान- कोलकाता)
प्रसाद जी, आपकी राशि के बारे में कुंडली के आधार पर समय निर्धारित करके मैं देख रहा हूं तो आपकी राशि सिंह बन रही है। नाम के आधार पर आपकी राशि कुंभ बनेगी। लेकिन जो समय आपने दिया है उसके आधार पर आपकी सिंह राशि बनेगी। सिंह राशि के लोग बड़े पुरुषार्थी और मेधावी होते हैं। तुला लग्न में आपका जन्म हुआ है। तुला लग्न का स्वामी शुक्र आपकी कुंडली में दशम भाव पर बैठा है, आप बहुत पुरुषार्थी और मेधावी हैं लेकिन आपकी कुंडली में भाग्य ग्रहण दोष बना हुआ है इस कारण आप अपने परिश्रम का पूरी तरह से लाभ नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं।
विद्यावारिधि (पी.एच.डी-काशी)
ग्रह-नक्षत्रों के आधार पर आपको देंगे सलाह। बताएंगे परेशानियों का हल और आसान उपाय। अपने प्रश्नों का ज्योतिषीय उत्तर जानने के लिए आपका अपना नाम, जन्म तारीख, जन्म समय, जन्म स्थान मोबाइल नं. ९२२२०४१००१ पर एसएमएस करें। उत्तर पढ़ें हर रविवार…!

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