मुख्यपृष्ठनए समाचारवाह रे ‘घाती’ सरकार ... गरीबों के पोषण आहार में मिला ‘लार्वा’!

वाह रे ‘घाती’ सरकार … गरीबों के पोषण आहार में मिला ‘लार्वा’!

सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य की ‘घाती’ सरकार गरीबों की जान के साथ खिलवाड़ कर रही है। गरीब बच्चों व गर्भवती महिलाओं को दिए जानेवाले पोषण आहार में मृत जीव-जंतुओं के साथ ही लार्वा भी मिला है। आहार में ये लार्वा अकोला, सांगली, और नंदुरबार में मिले हैं। इसके बाद पंढरपुर में स्कूली छात्रों के पोषण आहार में मरे हुए मेंढक मिलने पर गुस्सा जताया जा रहा है। भुसेनगर, कासेगांव, पंढरपुर की आंगनवाड़ी में ऐसा हुआ है। इससे हर तरफ लोगों में आक्रोश है। इस पर संज्ञान लेते हुए शिवसेना ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट शेयर किया और घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है।
‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा गया है कि गरीब गर्भवती महिलाओं, बच्चों और स्कूली छात्रों को सरकार द्वारा पौष्टिक भोजन दिया जाता है, लेकिन इस भोजन में कभी-कभी पक्षी, सांप, लार्वा और कभी-कभी मेंढक जैसे मृत जीव पाए गए हैं, जिससे इन गरीबों के स्वास्थ्य पर असर पड़ा है। सरकार इस सबको पूरी तरह से नजरअंदाज कर रही है। जब आए दिन भोजन के साथ ऐसी जानलेवा घटनाएं हो रही हैं तो ऐसे में सरकार क्या कर रही है? सवाल यह भी उठाया गया है कि ‘घाती’ सरकार गरीब लोगों को क्या खिलाने जा रही है? बच्चों को स्कूल आने और उनकी संख्या बढ़ाने के लिए सरकार पोषण आहार योजना लागू करती है। हालांकि, अब सरकारी स्कूलों में छात्रों को मिलने वाला पोषण आहार विवादों में फंसता जा रहा है। कुछ दिन पहले सांगली में गर्भवती महिलाओं और बच्चों को बांटे जाने वाले पोषण आहार में एक मरा हुआ सांप का बच्चा मिला था। इसके बाद नंदुरबार के शहादा तालुका के मुबारकपुर गांव की आंगनवाड़ी में बच्चों को दिए जाने वाले पोषण आहार में कीड़े निकलने की घटना सामने आई थी। इस घटना के एक सप्ताह से भी कम समय में पंढरपुर में भोजन में एक मृत मेंढक पाया गया। इस दिल दहला देने वाली घटना को लेकर सरकार बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही है।
इस मामले में अभिभावक भी काफी नाराज हैं। उन्होंने सरकार से इस मामले में सख्त कार्रवाई की करने मांग की है।

 

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