मुख्यपृष्ठनए समाचारसुरक्षा में `शून्य' रेलवे! स्टेशन विकास के युग में अपघातों पर अनदेखी

सुरक्षा में `शून्य’ रेलवे! स्टेशन विकास के युग में अपघातों पर अनदेखी

  • महत्वपूर्ण उपनगरीय स्टेशनों पर जनहानि का बड़ा आंकड़ा

नागमणि पांडेय / मुंबई
मुंबई की लाइफलाइन के रूप में मशहूर लोकल ट्रेन में प्रतिदिन लाखों लोग यात्रा करते हैं। इससे रेलवे को प्रतिदिन करोड़ों की आय होती है। इसके बावजूद भी यात्रियों की सुरक्षा में रेलवे शून्य है और इसके कारण मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में रेल लाइनों पर होनेवाली मौतों की संख्या में हाल के वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। आरटीआई से प्राप्त आंकड़ों में पिछले एक साल में मुंबई व उससे सटे इलाकों में रेलवे लाइन क्रॉस करने, लोकल ट्रेन से गिरने व अन्य कारणों से रेलवे स्टेशनों पर २,५०७ लोगों की मौत हुई है, जबकि २,१५५ लोग घायल हुए हैं, जिसमें ट्रेन से गिरकर मरनेवालों की संख्या ७०० है। इसमें पुरुषों की संख्या ६४८ है। इतने बड़े पैमाने पर लोगों की मौत होने के बावजूद रेलवे ने आईआईटी द्वारा यात्रियों की सुरक्षा के लिए सुझाए गए उपायों को रद्दी की टोकरी में फेंक दिया है।
एक्टिविस्ट समीर झवेरी द्वारा रेलवे पुलिस के मुंबई आयुक्तालय से मांगी गई जानकारी में खुलासा हुआ कि १ जनवरी, २०२२ से ३१ दिसंबर, २०२२ तक मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में रेल लाइनों पर होनेवाली मौतों की संख्या में हाल के वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। बताया गया है कि २०२२ में ट्रेनों से जुड़े हादसों में २,५०७ लोगों की जान चली गई, जबकि २,१५५ लोग घायल हुए हैं। आंकड़ों से यह भी पता चला कि चलती ट्रेनों से गिरने या उपनगरीय ट्रेनों की चपेट में आने से ६४८ पुरुषों और ५२ महिलाओं सहित ७०० लोगों की मौत हुई है। इनमें से पश्चिमी रेलवे पर १९० और मध्य रेलवे पर ५१० लोगों के मौत की जानकारी सामने आई थी। इसके अतिरिक्त चलती ट्रेनों से गिरने से ८१२ पुरुषों और २१४ महिलाओं सहित १,०२६ लोग घायल हुए हैं। रेलवे लाइन पर हादसों की यह खतरनाक वृद्धि कोई नई घटना नहीं है। दरअसल, आंकड़े बताते हैं कि २०१६ के बाद से रेल हादसों में मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है। २०१९ में इस तरह के हादसों में ६११ लोगों की जान चली गई।
स्टेशनों को हेरिटेज बनाने से पहले सुरक्षा पर दें ध्यान
एक्टिविस्ट समीर झवेरी ने बताया कि रेलवे प्रशासन मुंबई के कुछ स्टेशनों को हेरिटेज बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च करनेवाला है। इसके बजाय सबसे पहले लोकल से यात्रा करनेवाले यात्रियों की सुरक्षा पर रेलवे द्वारा ध्यान दिया जाना चाहिए। इसमें यात्रियों को घायल होने पर २४ घंटे इमरजेंसी मेडिकल रूम चालू रखने और एंबुलेंस सुविधा उपलबध कराया जाना चाहिए। इसके अलावा सुरक्षा संबंधी उपाय किए जाने चाहिए।

वर्ष २०२२ में मध्य और पश्चिम रेलवे के कुछ स्टेशनों पर मृतकों की संख्या

स्टेशन        घायल        मृत
बोरीवली       ३८२         २४०
मुंबई सेंट्रल   १६२        ११२
ठाणे           १३१        २७५
सीएसटीएम    ७९        ११६
कल्याण       २७२       ३३४
वाशी          ९४         १३९
कुर्ला         १४२        ३३४

अन्य समाचार