-२००९ में हाई कोर्ट ने दिया था आदेश
-हर स्टेशन पर रखी जानी थी एंबुलेंस
-हाई कोर्ट के आदेश की भी नहीं परवाह
सामना संवाददाता / मुंबई
सोमवार को मध्य रेलवे के मुंब्रा स्टेशन के नजदीक हुए हादसे में ४ यात्रियों ने अपनी जान गवां दी, वहीं ९ घायल हो गए। इसमें से दो यात्रियों की हालत गंभीर बताई जा रही है। चश्मदीदों के मुताबिक, हादसे के बाद वहां घटनास्थल पर एंबुलेंस आने में घंटों लग गए, अगर स्टेशन पर ही एंबुलेंस खड़ी होती तो शायद कुछ जानें बच सकती थीं। मगर इसके अभाव में ‘मरे’ में यात्री मरने को मजबूर हैं।
मुंबई हाई कोर्ट ने २००९ में स्टेशन पर एंबुलेंस खड़ी रखने के लिए कहा था, लेकिन मध्य रेलवे ने हाई कोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ा कर रख दीं। आरटीआई एक्टिविस्ट समीर झवेरी के मुताबिक, एमएमआर क्षेत्र में मध्य रेलवे के १०० स्टेशनों में से केवल १५ स्टेशनों पर ही एंबुलेंस सेवा उपलब्ध है। इनमें सीएसएमटी, मुलुंड व ठाणे जैसे बड़े ही स्टेशन शामिल हैं।
सोमवार को हुए हादसे के बाद पता चला कि मुंब्रा स्टेशन पर एंबुलेंस मौजूद नहीं है। हादसे के बाद रेलवे प्रशासन को १०८ नंबर पर फोन कर के एंबुलेंस मंगानी पड़ी, जिसमें अधिक समय बर्बाद हुआ।
‘परे’ की हालत बेहतर
इसके अलावा स्टेशन पर मौजूद आपातकालीन मेडिकल सुविधा में ताला लगा हुआ था। समीर ने बताया कि अगर पश्चिम रेलवे की बात करें तो यहां लगभग हर स्टेशन पर एंबुलेंस मौजूद है, लेकिन मध्य रेलवे में ऐसा नहीं है।
एक साल में १,५३३ मौतें
बीते एक वर्ष में (१ जनवरी से ३१ दिसंबर २०२४) मध्य रेलवे में विभिन्न ट्रेन दुर्घटना में मारे गए यात्रियों की संख्या १,५३३ है, वहीं घायलों की संख्या १,६५५ है। उन्होंने बताया कि एंबुलेंस मौजूद न होने से कई बार घायल यात्रियों को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जाता है, जिस वजह से अधिक रक्त बहने पर उनकी मौत हो जाती है।
डॉक्टर भी मौजूद नहीं
हाई कोर्ट ने एंबुलेंस के साथ-साथ डॉक्टर को भी स्टेशन पर मौजूद होने का आदेश दिया था, लेकिन मध्य रेलवे के स्टेशनों पर न तो डॉक्टर है और न ही एंबुलेंस।
एंबुलेंस को लेकर ‘१०८’ और रेलवे में आरोप-प्रत्यारोप!
मध्य रेलवे के स्टेशनों पर एंबुलेंस नहीं रहने से किसी हादसे के बाद यात्रियों की जान बचानी काफी मुश्किल हो जाती है। इस मामले में १०८ नंबर वाले एंबुलेंस और रेलवे अधिकारियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी है। १०८ नंबर एंबुलेंस से जुड़े हुए एक अधिकारी ने बताया कि एंबुलेंस के लिए कई स्टेशनों पर पर्याप्त पार्किंग रेलवे द्वारा मुहैया नहीं कराई जाती है, जिस वजह से स्टेशन पर एंबुलेंस खड़ी नहीं हो पाती है। वहीं मध्य रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि पार्किंग के लिए हर स्टेशनों पर पर्याप्त जगह है। पार्किंग की रिक्वेस्ट आने पर तुरंत पार्किंग मुहैया कराई जाती है।