रोखठोक

रोखठोक : भारतीयों को ही चाहिए जीने का अधिकार!

संजय राऊत -कार्यकारी संपादक विदेशी नागरिकों का धार्मिक उत्पीड़न होता होगा इसलिए उनके लिए भारत का दरवाजा खोलनेवाला ‘सीएए’ कानून अब पारित हो गया है।...

रोखठोक : सेठजी का खरीदी-बिक्री संघ अर्थात भाजपा के आर्थिक अपराध

संजय राऊत -कार्यकारी संपादक भाजपा व्यापारी और सेठजी की पार्टी है। भाजपा के खाते में सात हजार करोड़ रुपए जमा हैं। इलेक्टोरल बॉन्ड्स देश के...

मोदीभक्त झूठ क्यों बोलते हैं?

संजय राऊत प्रधानमंत्री मोदी पर झूठ बोलने का नशा चढ़ा है। मोदी झूठ बोलते हैं और अंधभक्त उनके झूठ पर तालियां बजाते हैं। यूक्रेन-रूस का...

‘आर्टिकल ३७०’ का झमेला… राम पहुंचे मंदिर में, कश्मीरी पंडित वनवास में!!

संजय राऊत धारा ३७० ही विकास में मुख्य बाधा थी, ऐसा प्रधानमंत्री मोदी ने कहा। धारा ३७० हटाए चार साल हो गए हैं। जम्मू-कश्मीर में...

राम लहर खत्म हुई!… अब राम नाम सत्य है!

कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण का भाजपा में प्रवेश यानी मोदी-शाह-फडणवीस के पराजय की शुरुआत है। यह इस बात का प्रमाण है कि चार सौ...

महाराष्ट्र में गुंडों का राज!.. कौन चला रहा है?

संजय राऊत प्रधानमंत्री मोदी नैतिकता की गप मारते हैं, लेकिन महाराष्ट्र जैसे राज्य में उनके आशीर्वाद से गुंडों का राज चल रहा है। उस पर...

रोखठोक : न्याय व्यवस्था की ‘सुलभ’ धज्जियां … श्रीराम का नाम बदनाम क्यों करते हो?

संजय राऊत -कार्यकारी संपादक झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमीन के एक मामले में ‘ईडी’ ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन देश के सबसे...

रोखठोक : श्रीमान मोदी व श्रीमान योगी!

संजय राऊत -कार्यकारी संपादक भाजपा के संत-महंतों ने प्रधानमंत्री मोदी की तुलना छत्रपति शिवाजी महाराज से कर दी। ये अतिशयोक्ति ही है। शिवाजीराजा ने स्वराज्य...

रोखठोक : ऐसी यह रामकथा!

संजय राऊत- कार्यकारी संपादक नरेंद्र मोदी की उंगली पकड़कर भगवान श्रीराम अयोध्या में अपने घर की ओर निकल पड़े हैं। तंबू में विश्राम कर रहे...

रोखठोक : न्याय की देवी, तू मत रो! …राज्य संविधान वधस्तंभ पर

संजय राऊत -कार्यकारी संपादक शिवसेना में फूट को लेकर विधानसभा अध्यक्ष यानी मध्यस्थ द्वारा दिया गया ये फैसला लोकतंत्र और न्याय का अधोपतन है। बुढ़िया...

रोखठोक : विष्णु के तेरहवें अवतार और ईवीएम का शस्त्र!

संजय राऊत -कार्यकारी संपादक भारतीय लोकतंत्र ‘ईवीएम’ के कारण संकट में आ गया है। समूचे विश्व ने ‘ईवीएम’ को रद्द कर दिया, लेकिन मोदी-शाह ने...

रोखठोक : आत्ममुग्ध शासकों की लूट! … नया वर्ष आने से क्या होगा?

संजय राऊत नए साल का कल उदय होगा। उससे क्या होगा? अनगिनत झांसों, आश्वासनों का बोझ लेकर ‘वर्ष २३’ बीत गया। अलग क्या हुआ? आत्ममुग्ध...

रोखठोक : केवल १० वर्षों का नया भारत … उसमें लोकतंत्र का नरसंहार!

संजय राऊत कार्यकारी संपादक संसद के दोनों सदनों में मिलाकर १४६ सांसदों का सिर कलम कर दिया। उनका निलंबन यानी लोकतंत्र का सामुदायिक नरसंहार है। स्वतंत्रता...

रोखठोक : भारत में लोकतंत्र का कौन-सा मॉडल?

भारत का दुनिया का सबसे ब़ड़ा लोकतंत्र होने का मुखौटा उतर गया है। लोकतंत्र की रक्षा के लिए तानाशाही के रक्षक सर्वत्र खड़े हैं,...

भाजपा सही में जीती क्या?

पांच राज्यों में से तीन राज्यों में मोदी नीत भाजपा को विजय मिली। वर्ष २०२४ के आम चुनाव का इसे रुझान कहा गया। वह...

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