दस साल से लटकी है हॉकर नीति
सामना संवाददाता / ठाणे
मुंबई हाई कोर्ट ने आश्वासन दिया है कि अगर आप महाराष्ट्र में सड़कों पर कारोबार करना चाहते हैं तो आपके पास डोमिसाइल होना चाहिए, लेकिन एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि ठाणे में २० हजार से ज्यादा अवैध फेरीवाले हैं। इन फेरीवालों ने शहर के फुटपाथों, सड़कों, चौराहों, मैदानों, स्टेशन परिसर में कब्जा कर लिया है। ऐसे में नागरिक आखिर चलेंगे कहां से, ऐसा सवाल खड़ा हो गया है। वहीं प्रशासन की उदासीनता के कारण ठाणे मनपा द्वारा फेरीवालों के लिए बनाई गई नीति दस साल से लटकी हुई है।
ठाणे शहर में कई स्थानों पर करोड़ों रुपए खर्च करके सुसज्जित बाजारों का निर्माण किया गया है, फिर भी पिछले कुछ सालों में फेरीवालों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। हालांकि, ठाणे मनपा शहर में बढ़ती फेरीवालों की समस्या को खत्म करने के लिए फेरीवाला नीति लागू करने की कोशिश कर रही है, लेकिन यह नीति अभी भी कागज पर ही है।
१,३६६ हॉकरों की लिस्ट तैयार
मनपा ने १ हजार ३६६ हॉकरों की फाइनल लिस्ट तैयार कर ली है, लेकिन खुलासा हुआ है कि शहर में २० हजार से ज्यादा अवैध हॉकर कारोबार कर रहे हैं।
कुर्ला-भिवंडी के हैं कई फेरीवाले
फेरीवालों का क्षेत्र वार्डवार निर्धारित किया जाना था,लेकिन अभी तक जगह तय नहीं हुई है। कई फेरीवाले कुर्ला, भिवंडी के हैं और प्रशासन की नाक के नीचे अपना कारोबार कर रहे हैं और राजनीतिक आशीर्वाद से फलते-फूलते नजर आ रहे हैं। मनपा के अधिकारियों ने बताया कि शहर पथ विक्रेता समिति का गठन नहीं होने के कारण हॉकर नीति तय करने में विलंब हो रहा है।