नामांकन वापस लेकर भाजपा में हो गया शामिल
बेशर्मी से विजयवर्गीय ने शेयर की सेल्फी
सामना संवाददाता / भोपाल
गुजरात की तरह मध्य प्रदेश में भी डर्टी पॉलिटिक्स की घुसपैठ हो गई है। इसके तहत इंदौर के कांग्रेस प्रत्याशी को एक तरह से ‘हाईजैक’ कर लिया गया। एक आश्चर्यजनक घटनाक्रम में कांग्रेस के प्रत्याशी ने कल आखिरी दिन अपना नामांकन वापस ले लिया और भाजपा में शामिल हो गया। इस तरह से इंदौर में सूरत २.० का सीन देखने को मिला है। इंदौर लोकसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने कल अपना नामांकन वापस ले लिया। भाजपा के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश सरकार में वैâबिनेट मंत्री वैâलाश विजयवर्गीय ने एक सेल्फी पोस्ट करते हुए इसका दावा किया है। वैâलाश विजयवर्गीय ने अक्षय के साथ सेल्फी शेयर करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम का माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा में स्वागत है।
विजयवर्गीय के दिमाग से निकला ‘ऑपरेशन इंदौर’!
इंदौर लोकसभा सीट पर चुनाव के लिए २५ अप्रैल तक नामांकन भरे गए थे। नाम वापसी के लिए २९ अप्रैल का दिन आखिरी दिन था। इससे पहले कांग्रेस को कुछ खबर लग पाती तब तक वैâलाश विजयवर्गीय ने इस ‘ऑपरेशन’ को अंजाम दे दिया। इंदौर में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान १३ मई को होगा और मतगणना ४ जून को संपन्न होगी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा के खिलाफ अक्षय बम को डराने और धमकाने का आरोप लगाया। सोमवार को ग्वालियर सीट से पार्टी उम्मीदवार प्रवीण पाठक के समर्थन में करैरा में आयोजित एक सभा में पटवारी ने कहा कि इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम पर तीन दिन पहले एक पुराने मामले में ३०७ धारा बढ़वा दी गई। उसको डराया गया, धमकाया गया और रात भर यातना दी गई। आज सुबह ही कांग्रेस के प्रत्याशी को कलेक्ट्रेट ले जाकर फॉर्म वापस करा लिया गया। फिलहाल अक्षय कांति बम का इस संबंध में कोई बयान सामने नहीं आया है। बता दें कि अक्षय कांति बम पर ३ अलग-अलग केस चल रहे हैं। चुनावी हलफनामे में भी बम ने इसका जिक्र किया है। इन्हीं में से एक मामले में पिछले दिनों बम के खिलाफ कोर्ट ने हत्या के प्रयास की धारा ३०७ बढ़ा दी थी। इंदौर से अपने उम्मीदवार के पीछे हटने पर अब कांग्रेस एमपी के ही खजुराहो संसदीय क्षेत्र की तरह ही किसी निर्दलीय या छोटे दल के प्रत्याशी का समर्थन कर सकती है। इससे पहले खजुराहो लोकसभा सीट पर ‘इंडिया’ के उम्मीदवार का नामांकन खारिज हो गया था। अब कांग्रेस और सपा ने ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के वैंâडिडेट आरबी प्रजापति को अपना समर्थन दे दिया है। प्रजापति भाजपा प्रत्याशी वीडी शर्मा के सामने चुनावी मैदान में हैं। कांग्रेस उम्मीदवार के चुनावी मैदान छोड़ने के बाद अब इंदौर संसदीय क्षेत्र में १९ प्रत्याशी मैदान में बचे हैं। २९ अप्रैल को नामांकन वापसी का आखिरी दिन है। अगर बचे हुए उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिया तो बीजेपी के शंकर लालवानी की जीत निर्विरोध तय है। अगर ऐसा हुआ तो सूरत की तरह ही भाजपा इंदौर में निर्विरोध जीत जाएगी। मध्य प्रदेश के मिनी मुंबई यानी इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने बीते २४ अप्रैल को ही अपना नामांकन दाखिल किया था। बता दें कि पिछले दिनों गुजरात की सूरत लोकसभा सीट से भाजपा के मुकेश दलाल को निर्विरोध विजेता घोषित कर दिया गया था। इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार निलेश कुंभाणी का नामांकन एक दिन पहले ही रिटर्निंग ऑफिसर ने रद्द कर दिया था। उनके प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में गड़बड़ियों का हवाला देकर नामांकन रद्द किया गया था। कांग्रेस के उम्मीदवारों का नामांकन रद्द होने के बाद बाकी बचे ८ उम्मीदवारों ने भी अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी। बाद में पता चला कि कुंभाणी के साथ भाजपा ने पहले से ही डील कर ली थी।