सामना संवाददाता /मुंबई
एसटी निगम कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर कल विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। एसटी ड्राइवरों के वेतन को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा। विपक्ष ने सवाल उठाया कि मंत्री के ड्राइवर को ३० हजार और एसटी ड्राइवर को सिर्फ १२ हजार रुपए वेतन क्यों दिया जा रहा हैं? प्रहार जनशक्ति पार्टी के विधायक बच्चू कडू ने सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि सरकार को शर्म आनी चाहिए। विपक्षी दल के सदस्यों ने एसटी कर्मचारियों के विभिन्न मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाया और परिवहन मंत्री की इस विषय पर जमकर छीछालेदर हुई।
विधानसभा में कल एसटी कर्मचारियों की वेतन वृद्धि, महंगाई भत्ता और मकान किराया जैसे मुद्दों को लेकर विपक्ष ने अहम सवाल उपस्थित किया। इस पर विस्तार से चर्चा हुई। परिवहन मंत्री दादा भुसे ने कुछ आंकड़े पेश कर इसे संक्षेप में बताने की कोशिश की, लेकिन विपक्ष ने कई मामलों पर उन्हें घेर लिया। इस मौके पर विधायक बच्चू कडू ने कहा कि एसटी निगम के ड्राइवर को केवल १२ हजार रुपए वेतन के रूप में भुगतान किए जाते हैं, जो दिन की गर्मी में भी जनता की सेवा करता है? इस चर्चा में भाग लेते हुए अन्य सदस्यों ने कहा कि न्यूनतम वेतन कानून के मुताबिक १४ हजार रुपए से ज्यादा वेतन मिलना चाहिए, लेकिन अगर सरकार कानून तोड़ रही है तो किससे न्याय की अपेक्षा की जाए? बच्चू कडू ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि सरकार को शर्म आनी चाहिए।