मुख्यपृष्ठखेलपेरिस ओलिंपिक में बवाल ...पुरुष खिलाड़ी बन गया महिला!

पेरिस ओलिंपिक में बवाल …पुरुष खिलाड़ी बन गया महिला!

अंतर्राष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) ने अल्जीरियाई बॉक्सर इमान खलीफ के पेरिस ओलिंपिक्स में महिला बॉक्सिंग वर्ग में भाग लेने के निर्णय का बचाव किया है। आईओसी के अनुसार, पिछले ओलंपिक्स की बॉक्सिंग प्रतियोगिताओं की तरह, एथलीट्स के पासपोर्ट पर लिखे जेंडर और उम्र को ही मान्यता दी गई है। खलीफ, जो एक `बायोलॉजिकल मेल’ हैं, पिछले साल जेंडर एलिजिबिलिटी टेस्ट में फेल हो गई थीं। हालांकि, उनके उच्च टेस्टोस्टेरोन स्तर के कारण जेंडर टेस्ट में असफलता के बावजूद, उन्हें महिला वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति दी गई है। यह विवाद तब और बढ़ गया जब `हैरी पॉटर’ की लेखिका जेके रोलिंग ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्वीट किया, `मनोरंजन के लिए एक मर्द द्वारा औरत की सरेआम पिटाई आपको क्यों ठीक लगती है?… यह मर्दों द्वारा औरतों पर ताकत आजमाए जाने की नुमाइश है।’
इस विवाद ने `डिफरेंसेस इन सेक्स डेवलेपमेंट’ (डीएसडी) पर भी ध्यान खींचा है। डीएसडी जीन, हार्मोन और जननांगों से जुड़ी दुर्लभ कंडिशन्स का एक ग्रुप है। डीएसडी के तहत महिला माने जाने वाले कुछ लोगों र्में ेंभ् सेक्स क्रोमोसोम होते हैं और ब्लड टेस्टोस्टेरोन का लेवल पुरुषों जैसा होता है। खलीफ का मामला इसी श्रेणी में आता है, जिससे उनकी भागीदारी पर विवाद गहराता जा रहा है। आईओसी के निर्णय और खलीफ की भागीदारी ने खेल जगत में जेंडर और समानता के मुद्दों पर एक नई बहस छेड़ दी है। आने वाले पेरिस ओलंपिक्स में यह मुद्दा और भी चर्चा में रहेगा, जहां खेल के नियमों और जेंडर एलिजिबिलिटी पर नए सिरे से विचार करने की आवश्यकता हो सकती है।

अन्य समाचार

पापा