बिहार के भागलपुर में पत्नी द्वारा ‘नामर्द’ कहे जाने पर एक युवक न केवल डिप्रेशन में आ गया, बल्कि उसने सुसाइड करने की कोशिश की। तीन माह पहले युवक का विवाह हुआ था, लेकिन विवाह के एक सप्ताह बाद युवती ने अपनी मां को बताया कि उसका पति नपुंसक है और वह मायके चली गई। लड़कीवालों ने समझा-बुझाकर लड़की को दोबारा भेजा, परंतु युवती ने पंचायत बिठा दी और पंचायत में बिना मेडिकल जांच कराए फैसला लिया गया कि युवक नामर्द है। इसे पत्नी का साथ छोड़ना पड़ेगा, साथ ही ८० हजार रुपए देने होंगे और शादी में मिले जेवरात भी वापस करने होंगे। पंचायत के फैसले के बाद युवक सदमे में आ गया। उसने अपनी जांच करवाई। डॉक्टर ने युवक से कहा वह नामर्द नहीं है, दवा लेने से ठीक हो जाएगा, लेकिन लोग उसकी बात मानने को तैयार न थे। तानों से तंग आकर युवक ने वॉशिंग पाउडर में केमिकल मिलाकर पी लिया। आनन-फानन में युवक को अस्पताल पहुंचाया गया। पीड़ित युवक की बहन ने कहा कि मेरे भाई के साथ पंचायत में बहुत बड़ा खेल खेला गया, जिसकी वजह से उसने सुसाइड की कोशिश की। मेरा भाई नपुंसक नहीं है, अब हम लोगों को इंसाफ चाहिए।