सामना संवाददाता / मुंबई
गढ़चिरौली जिले के कोरची तालुका में एक गर्भवती महिला को चारवीदंड से एक खाट का कांवड़ बनाकर उससे बाढ़ के पानी और जंगल के रास्तों से दो किलोमीटर लेकुरबोडी गांव तक ले जाना पड़ा। उस गर्भवती महिला को किसी तरह से जिला अस्पताल तक पहुंचाया गया, लेकिन डिलिवरी के बाद बच्चे की मौत हो गई। इस घटना को लेकर विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने महायुति सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जिस गढ़चिरौली जिले के पालकमंत्री हैं, वहां स्वास्थ्य पूरी तरह से बीमार हो गया है। एक तरफ लाडली बहन योजना के प्रचार-प्रसार पर २७० करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। ऐसे में इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं, जो प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था की पूरी तरह से कलई खोल रही है। यह एक बार फिर से साबित हो गया है।
वडेट्टीवार ने कहा कि कहीं बेटे को अपने पिता को लेकर जाना पड़ रहा है, तो कहीं गर्भवती महिला को कांवड़ बनाकर उससे अस्पताल में ले जाना पड़ रहा है। एक के बाद एक इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं। लेकिन इस सरकार और प्रशासन को कोई फर्क पड़ता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। केवल प्रतिशत के मामले में ही आगे जाने वाली ट्रिपल इंजन सरकार ने जनता को रामभरोसे छोड़ दिया है। बीमार स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण जान गंवाने वाले मरीजों के परिवारों की वेदना इस महायुति सरकार को श्राप के तौर पर लगेगी।